जब शूर्पणखा बनी सोनम! भाई ने जताई आपत्ति, बोले – वो अपराधी नहीं, आयोजन रोका जाए़

Indore News : इंदौर में विजयादशी के मौके पर पौरूष नाम की संस्था रावण का नहीं बल्कि शूर्पणखा और उसकी सेना के पुतलों का दहन करने वाली है। शूर्पणखा की सेना से तात्पर्य है, जिन्होंने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की, उन महिलाओं के पुतले दहन किए जाएंगे।
2 अक्टूबर 2025 को इंदौर में शूर्पणखा और उसकी सेना के पुतलों को ढोल-नगाड़ों के साथ जुलूस के रूप में पूरे शहर में घूमाया जाएगा। इसके बाद दम्हा लक्ष्मी नगर मेला ग्राउंड में दहन किया जाएगा। 

इंदौर की सोनम रघुवंशी पर पति राजा रघुवंशी की हत्या का आरोप लगा है। इसलिए शूर्पणखा के 11 चेहरों के पुतले में एक उसका चेहरा भी संस्था ने लगाया है। वहीं इस पर सोनम रघुवंशी के भाई गोविंद रघुवंशी ने अपनी बहन के चेहरे को लेकर आपत्ति जताई है। गोविंद ने इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा को शिकायत करते हुए इस आयोजन पर रोक लगाने की मांग की है।
वहीं पौरुष संस्था का कहना है कि ये किसी महिला का अपमान नहीं है। दूसरी तरफ रघुवंशी समाज ने भी सार्वजनिक मंचो पर बुराई को दर्शाने के लिए रघुवंशी नाम के प्रयोग पर आपत्ति जताई है।रघुवंशी समाज ने सार्वजनिक मंचो पर बुराई को दर्शाने के लिए रघुवंशी नाम के प्रयोग पर आपत्ति जताई है।
वहीं सोनम के भाई गोविंद का कहना है कि सोनम पर कोर्ट में अभी मुकदमा चल रहा है। उसे दोषी नहीं ठहराया गया है। ऐसे में उसका चेहरा सार्वजनिक रूप से पुतले में लगाना गलत है। ये मानसिक उत्पीड़न जैसा है। ये आयोजन कानून के खिलाफ है। इससे सोनम की छवि को बिना वजह खराब किया जा रहा है।

आपको बता दें कि राजा रघुवंशी की हत्या के बाद शुरू में गोविंद ने राजा के परिवार से सहानुभूति जताई थी। यहां तक कि राजा की मां से वह गले मिलकर रोते हुए भी नजर आए और माफी मांगते हुए भी फोटो वीडियो वायरल हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गोविंद  रघुवंशी ने कहा था कि वह अपनी बहन को सजा दिलवाने में मदद करेगा। हालाकि अब गोविंद का रूख बदल गया है। अब वह शिलॉन्ग हाईकोर्ट में सोनम को जमानत दिलवाने की कोशिश कर रहा है।