देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर अब अपने पड़ोसी देपालपुर नगर परिषद को भी स्वच्छता की राह पर आगे बढ़ाने का संकल्प लेकर आगे आया है। रविवार को महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने देपालपुर में स्वच्छता अभियान की पहली बैठक आयोजित की और दस दिन बाद एक बड़े स्तर पर सफाई लॉन्चिंग कार्यक्रम की घोषणा की। इस मौके पर विधायक मनोज पटेल, नगर परिषद अध्यक्ष, इंदौर नगर निगम के अधिकारी और स्थानीय पार्षद मौजूद रहे।
100 दिन का स्वच्छता संकल्प
बैठक में महापौर भार्गव ने स्पष्ट कहा कि इंदौर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को धरातल पर उतारकर देशभर में पहचान बनाई है। अब लक्ष्य है कि अगले 100 दिनों में देपालपुर को स्वच्छ नगर परिषद के रूप में स्थापित किया जाए। यह केवल सौ दिन की योजना नहीं, बल्कि लंबे समय तक टिकने वाला सतत प्रयास होगा।
देपालपुर की वर्तमान स्थिति
देपालपुर की मौजूदा तस्वीर को देखते हुए बड़ी चुनौतियां सामने हैं:
- जनसंख्या: लगभग 20,000
- वार्ड: 15
- घर: करीब 3,000
- कचरा उत्पादन: प्रतिदिन लगभग 10 टन
- गौवंश संख्या: लगभग 300
- सुविधाएं: 20 TPD क्षमता का कंपोस्ट प्लांट, CND प्लांट और 1 बावड़ी
- स्वच्छता रैंकिंग: 20,000 से कम जनसंख्या वाले नगरों में 1710
महापौर ने कहा कि सफाई केवल एक काम नहीं, बल्कि आदत बननी चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 15 दिन बाद सड़क पर कचरा दिखाई दिया तो 25,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
ब्यूटीफिकेशन और गौवंश प्रबंधन
नगर की सुंदरता बढ़ाने के लिए स्थानीय आयरन वेस्ट से ब्यूटीफिकेशन की योजना बनाई गई है। गौवंश प्रबंधन पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। स्थानीय पशुओं का पालन-पोषण नगर में ही होगा, जबकि शेष को हातोद गौशाला भेजने का निर्णय जनप्रतिनिधियों की सहमति से लिया जाएगा।
विधायक का ऐलान और जनभागीदारी
विधायक मनोज पटेल ने कहा कि इंदौर का सहयोग पाकर देपालपुर का सौभाग्य बढ़ा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल फंडिंग से नगर साफ नहीं होगा, इसके लिए जनभागीदारी और जनजागरूकता जरूरी है। उन्होंने घोषणा की कि देपालपुर का सबसे स्वच्छ वार्ड व्यक्तिगत रूप से 11 लाख रुपये का नगद पुरस्कार प्राप्त करेगा। साथ ही, नगर के हर घर तक 25,000 कपड़े के झोले वितरित किए जाएंगे ताकि प्लास्टिक के उपयोग पर रोक लगे। देपालपुर का प्रसिद्ध पशु मेला अब सीसीटीवी निगरानी में आयोजित किया जाएगा।
अभियान की रूपरेखा
महापौर ने बताया कि 10 दिन बाद सफाई अभियान का बड़े स्तर पर शुभारंभ किया जाएगा। इसमें हर नागरिक की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित होगी। पहले चरण में जनजागरूकता पर ज़ोर दिया जाएगा और उसके बाद नियमों के उल्लंघन पर सख्ती और जुर्माना लागू होगा।
इंदौर की सफलता, देपालपुर का भविष्य
महापौर भार्गव ने कहा, “इंदौर ने स्वच्छता में पूरे देश को दिशा दिखाई है। अब समय है कि देपालपुर को भी उसी राह पर चलाकर इंदौर के साथ देशभर में स्वच्छता का उदाहरण बनाया जाए।”