इंदौर प्राणी संग्रहालय में दिखा मुख्यमंत्री मोहन यादव का पक्षी प्रेम, बायसन और कोबरा संरक्षण पर दिया जोर

इंदौर के प्राणी संग्रहालय में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का पक्षियों के प्रति विशेष स्नेह देखने को मिला। उन्होंने अपनी हथेलियों में दाना लेकर विभिन्न प्रकार के पक्षियों को दाना खिलाया। इस दृश्य ने संग्रहालय में उपस्थित लोगों का ध्यान खींचा और मुख्यमंत्री के सरल और स्नेहिल व्यक्तित्व को दर्शाया।

प्राणी संग्रहालय में विविध जीवों का संरक्षण

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि ईश्वर की अद्भुत रचनाओं का संरक्षण और संवर्धन मप्र शासन की प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार पहले बाघ (टाइगर) के संरक्षण के प्रयास कर चुकी है और अब बायसन के संरक्षण तथा उनकी संख्या बढ़ाने के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं।

संग्रहालय में अन्य जीवों की देखभाल

इंदौर प्राणी संग्रहालय में बायसन के अलावा कोबरा और जेब्रा भी बसाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि इन जानवरों और पक्षियों की देखभाल, उनके प्राकृतिक आवास के अनुसार की जा रही है। संग्रहालय में वैज्ञानिक और प्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा जीवों की सुरक्षा और पोषण सुनिश्चित किया जाता है।

सरकार का पर्यावरण और वन्यजीव संरक्षण का दृष्टिकोण

मुख्यमंत्री ने कहा कि वन्यजीवों और पक्षियों की सुरक्षा सिर्फ पर्यावरण संरक्षण के लिए ही नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी जरूरी है। मप्र शासन इस दिशा में लगातार नए कार्यक्रम और योजनाएं लागू कर रहा है ताकि जैव विविधता का संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके।

संग्रहालय में आम जनता के लिए शिक्षा का अवसर

इंदौर प्राणी संग्रहालय सिर्फ वन्यजीवों के संरक्षण का केंद्र ही नहीं, बल्कि आम जनता और बच्चों के लिए शिक्षा का माध्यम भी है। मुख्यमंत्री का पक्षियों को दाना खिलाने का यह दृश्य युवाओं और बच्चों में प्रकृति और जीव-जंतुओं के प्रति प्रेम और संवेदनशीलता को बढ़ाने का प्रेरक संदेश बन गया।