मध्यप्रदेश के बुरहानपुर से दिल झंकझोर कर देने वाला एक मामला सामने आया है। मां जिसे लोग ममता की मुरत कहते है। मां को भगवान स्वरूप माना जाता है। लेकिन इस बढ़ते कलयुग में अब मानो जैेसे मां की ममता मर सी गई है। बुराहानपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है कि सुनकर लोगों की रूह कांप जाए।
ये मामला बुरहानपुर के जिला अस्पताल का है। जहां रविवार सुबह एक 16 साल की नाबालिग लड़की ने अस्पताल के वॉशरूम में बच्ची को जन्म दिया और बदनामी के डर से नवजात बच्ची को अस्पताल की बालकनी से नीचे फैंक दिया। गनीमत रही कि वो नवजात बच्ची सीधे कचरे और प्लास्टिक के ढेर पर गिरी। उसे केवल एक मामूली चोट लगी और उसकी जिंदगी बच गई।
बच्ची की रोने की आवाज सुनकर वहां आसपास के लोगों ने पहुंचकर अस्पताल के डॉक्टरों को बुलाया और नवजात बच्ची को एमसीयू स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने राहत की खबर दी कि बच्ची की हालत फिलहाल स्थिर है।
वहीं इस मामले में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। लालबाग थाना प्रभारी अमित सिंह यादव को सूचना मिली थी कि पुरुष वॉशरूम के पास एक नवजात मिली है। पुलिस जांच पड़ताल में पुरा मामला सामने आया। सूत्रो के अनुसार बताया जा रहा है कि ये नवजात बच्ची उसी दिन अस्पताल में आई एक नाबालिग लड़की की है। शुरूआत मे तो इस मामले में उसने चुप्पी साधी रखी, लेकिन धीरे-धीरे सच सामने आ गया कि उसने ही बच्ची को जन्म दिया था और फिरे उसे बालकनी से नीचे फेंक दिया।
इस प्रकार की घटना होना समाज को सोचने पर मजबूर कर देती है कि कैसे डर और बदनामी का बोझ एक नाबालिग लड़की को इतना बड़ा कदम उठाने पर मजबूर कर देता है। फिलहाल बच्ची सुरक्षित है और पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।