बहन को न्याय दिलाने के लिए दर-दर भटक रहा भाई, दहेज देने में असमर्थ तो दे दी जान

इंदौर के खुडैल थाना क्षैत्र में दहेज के लिए प्रताड़ित एक नवविवाहिता ने अपनी जान देकर शादी की कीमत चुका दी लेकिन इसके बाद भी उसे न्याय नहीं मिला। मृतका का भाई अब अपनी बहन को न्याय दिलाने के लिए दर-दर भटक रहा है दूसरी और पुलिस के अधिकारी भाई को ही संदेहास्पद बता कर ससुराल वालों का पक्ष लेते हुए नजर आ रहे है। पुलिस अधिकारियों को यह बात शायद अब तक समझ नहीं आई है कि एक महिला ने त्रस्त होकर स्वयं की अपनी जीवन लीला समाप्त की है। आखिर उसे ऐसी क्या प्रताड़ना दी जा रही थी कि उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया लेकिन पुलिस अधिकारियों ने एक माह बाद तक भी मामलें में ससुराल वालों पर नकेल नहीं कसी है। इसके विपरित अपनी बहन की हत्या होने की आशंका के चलते भाई न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है।

ऐसा है मामला
मृतका कोमल शुक्ला के भाई हिमांशु शुक्ला ने जो आवेदन दिया है उसमें लिखा है कि वह फरीदाबाद का रहने वाला है। मेरी बहन कोमल शुक्ला की शादी दिनांक 09 जुलाई 2024 को बीरबल मिश्रा निवासी नालंदा परिसर, देवगुराडिया, थाना खुडैल, इंदौर से हुई थी।
शादी के उपरांत से ही मेरी बहन को उसके पति बीरबल मिश्रा, जेठ सुधीर मिश्रा, जेठानी काजल मिश्रा और ननद सुनीता मिश्रा द्वारा निरंतर दहेज की मांग और मानसिक-शारीरिक प्रताड़ना दी जाती रही थी। लगातार उत्पीड़न के परिणामस्वरूप दिनांक 03 सितंबर 2025 को मेरी बहन को फांसी लगाकर ससुराल वालों ने हत्या कर दी।

दिनांक 04 सितंबर 2025 को पोस्टमार्टम कराया गया और उसी दिन अंतिम संस्कार किया गया। इस प्रकरण की जाँच का दायित्व वर्तमान में डीएसपी उमाकांत चौधरी को सौंपा गया है। किंतु दिनांक 03 सितंबर से आज दिनांक 30 सितंबर तक न तो FIR दर्ज की गई है और न ही किसी आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। परिवारजनों के बयान भी वास्तविक तथ्यों के अनुरूप दर्ज नहीं किए गए हैं। यह संपूर्ण प्रक्रिया निष्पक्ष जाँच की मूल भावना को आहत करती है।

अतः विनम्र प्रार्थना है कि यह प्रकरण स्पष्ट रूप से हत्या / दहेज हत्या (भारतीय दंड संहिता की धारा 302 एवं 304B तथा दहेज निषेध अधिनियम) का है। इस गंभीर प्रकरण की निष्पक्ष और त्वरित जाँच सुनिश्चित करने हेतु वर्तमान जाँच अधिकारी को तत्काल प्रभाव से हटाकर किसी अन्य सक्षम एवं निष्पक्ष अधिकारी को नियुक्त किया जाए तथा नामजद आरोपियों बीरबल मिश्रा, सुधीर मिश्रा, काजल मिश्रा एवं सुनीता मिश्रा के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाए।

हत्या की आशंका

भाई हिंमाशु शुक्ला का कहना है कि ससुराल वालों ने उनकी बहन की हत्या कर दी है। मेरी बहन इतनी कमजोर नहीं थी वह आत्महत्या कर लें। उसके साथ किसी अनहोनी होने की आशंका है। हम फरीदाबाद में रहते है। जब भी उनकी बहन कोमल वहां आती थी वह ससुराल के द्वारा प्रताड़ना देने की बात करती थी। हमने कभी नहीं सोचा था कि बहन को अपनी जान गंवा कर दहेज ना देने की कीमत चुकानी पड़ेगी। ससुराल वाले हमारी बहन की जान लेने के बाद भी हम पर रूपए मांगने का आरोप लगा रहे है। जबकि हम सिर्फ अपनी बहने के लिए न्याय मांग रहे है कि उसके साथ हुए अन्याय की सजा दोषियों को मिले। जबकि पुलिस अधिकारी हमारी बात सुनने को तैयार ही नहीं है। इसकी शिकायत हमने डीआईजी ग्रामीण से की है अब देखते है कि हमें न्याय मिलता है या हमारी आवाज दबा दी जाती है।