मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक ऐसा अनोखा और पावन मंदिर है, जहां भक्त मातारानी को नई सैंडल और चप्पलें अर्पित करते है। ये मंदिर भोपाल के कोलार में स्थित बंजारी क्षेत्र में है। इस मंदिर का नाम है मां सिद्धिदात्री मंदिर। जिसे जीजाबाई माता मंदिर या पहाड़ी वाली माता मंदिर के नाम से जाना जाता है।
यह मंदिर लगभग 125 सीढ़ियों की चढ़ाई पर एक पहाड़ी पर स्थित है। इसकी सबसे अनूठी परंपरा है कि यहां भक्त देवी को अपनी बेटी मानते हैं और उन्हें प्रसाद के रूप में नई चप्पलें और सैंडल अर्पित करते हैं। जहां आमतौर पर मंदिरों में चप्पल-जूते उतारकर प्रवेश किया जाता है, वहीं इस मंदिर में भक्त मातारानी को चप्पलें और सैंडल श्रद्धा से चढ़ाते हैं।
ये परंपरा पिछले कई वर्षों से चली आ रही है। मंदिर के पुजारी ओम प्रकाश बताते हैं कि मंदिर की स्थापना से पहले उन्होंने भगवान शिव और पार्वती का विवाह कराया था और पार्वती के कन्यादान के बाद से वे माता को अपनी बेटी मानकर पूजा करते हैं। यही भाव स्थानीय श्रद्धालुओं में भी गहराई से जुड़ा हुआ है और लोग विदेशों से भी चप्पलें भेजकर इस भावना में भागीदारी करते हैं।