सीएम मोहन यादव ने विजयादशमी पर प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं, अच्छाई अपनाने और नकारात्मकताओं से दूर रहने का दिया संदेश

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेशवासियों को विजयादशमी के पावन अवसर पर हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह पर्व केवल त्यौहार नहीं, बल्कि अच्छाई की जीत और बुराई के अंत का प्रतीक है। डॉ. यादव ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे अपने जीवन से नकारात्मक विचारों और आदतों को दूर करें और सद्गुणों को अपनाकर समाज और परिवार में सकारात्मक बदलाव लाएं। उन्होंने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि, शांति और सामंजस्य की मंगलकामनाएं भी की।

मुख्यमंत्री निवास में कन्या-पूजन का आयोजन

शारदीय नवरात्र की महानवमी पर मुख्यमंत्री निवास में एक विशेष कन्या-पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कन्याओं का तिलक किया, उनके पैर धोए और चुनरी ओढ़ाकर आरती उतारी। कार्यक्रम में डॉ. यादव ने स्नेहपूर्वक कन्याओं से संवाद किया और उन्हें दिल से दुलार दिया।

भोजन और उपहार के माध्यम से स्नेह प्रदर्शन

पूजन के पश्चात मुख्यमंत्री ने स्वयं अपने हाथों से कन्याओं को भोजन परोसा। उन्होंने खीर, पूरी और मिष्ठान कन्याओं की पसंद के अनुसार बड़े मनोयोग से परोसे। इस दौरान उन्होंने कन्याओं को उपहार भी प्रदान किए और उनका आशीर्वाद लिया। इस तरह कार्यक्रम न केवल आध्यात्मिक था बल्कि मानवीय स्नेह और सांस्कृतिक परंपरा का भी प्रतीक बन गया।

राज्यपाल ने दी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं

वहीं, राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने विजयादशमी के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह पर्व उल्लास, विजय और उत्साह का प्रतीक है। राज्यपाल ने बताया कि विजयादशमी अन्याय पर न्याय, अधर्म पर धर्म और असत्य पर सत्य की जीत का संदेश देती है।

भारतीय संस्कृति और वीरता की प्रेरणा

राज्यपाल ने आगे कहा कि भारतीय संस्कृति हमेशा वीरता, शौर्य और मर्यादा की आराधना करती रही है। भगवान श्रीराम के आदर्श, त्याग और मर्यादा से प्रेरणा लेकर हम सभी को जीवन में धैर्य, संयम और सदाचार का पालन करना चाहिए। उनका संदेश था कि इन मूल्यों के साथ हर चुनौती पर विजय पाई जा सकती है। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों की समृद्धि और प्रदेश की उन्नति की भी कामना की।