ग्वालियर में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बड़ा बयान, कहा- आई लव मोहम्मद स्वीकार है तो ‘आई लव महादेव’ पर आपत्ति का कोई कारण नहीं

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शुक्रवार को ग्वालियर पहुंचे। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कई मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी। उन्होंने कहा कि “आई लव मोहम्मद” जैसे अभियान में कोई आपत्ति नहीं है, यह आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है। ठीक वैसे ही जैसे कोई “आई लव महादेव” कहे तो उसमें भी कोई बुराई नहीं है। लेकिन उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि अगर कोई “सर तन से जुदा” जैसे खतरनाक नारे लगाता है, तो उसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

भगवान राम, लक्ष्मण और सीता के पुतलों को जलाने पर नाराजगी

तमिलनाडु में भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और माता सीता के पुतले जलाए जाने की घटना पर धीरेंद्र शास्त्री ने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि यह कृत्य बेहद शर्मनाक है और “राम के राष्ट्र” में रहने वाले कुछ लोगों की रावण जैसी मानसिकता को दर्शाता है। शास्त्री ने मांग की कि इस घटना के दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। यहां तक कि उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को फांसी जैसी सजा मिलनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी किसी धर्म और आस्था का अपमान करने की हिम्मत न कर सके।

POK वासियों से भारत लौटने की अपील

मीडिया से चर्चा के दौरान शास्त्री ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) के निवासियों को भारत लौटने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अब POK को संभालने में पूरी तरह असमर्थ हो गया है और वहां हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा – “यह सही समय है कि वहां रहने वाले लोग घर वापसी करें और भारत के साथ जुड़ जाएं।” शास्त्री ने आगे कहा कि पाकिस्तान इस समय उथल-पुथल से गुजर रहा है और वहां शांति की प्रार्थना करना ही एकमात्र उपाय है।

हिंदू राष्ट्र और देशव्यापी पदयात्रा का ऐलान

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने लंबे समय से किए जा रहे ‘हिंदू राष्ट्र’ के संकल्प को फिर से दोहराया। उन्होंने कहा कि नेपाल की तर्ज पर भारत में कथित ‘जेन-जी आंदोलन’ जैसी गतिविधियां समाज और धर्म के संतुलन को बिगाड़ने की साजिश हैं। ऐसे हालात में हिंदू समाज को जागरूक और संगठित करना बेहद जरूरी है। इसी उद्देश्य से शास्त्री ने देशभर में पदयात्राओं का ऐलान किया है।

दिल्ली से वृंदावन तक 150 किलोमीटर की विशेष यात्रा

उन्होंने जानकारी दी कि आगामी 7 से 16 नवंबर तक दिल्ली से वृंदावन तक 150 किलोमीटर लंबी पदयात्रा का आयोजन किया जाएगा। यह यात्रा 10 दिनों तक चलेगी और इसका उद्देश्य जनजागरण के साथ-साथ सांस्कृतिक एकता को मजबूती देना होगा। शास्त्री ने कहा कि ऐसे आयोजन समाज को जोड़ने और धर्म के प्रति जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।