दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में एक बार फिर से मानसून की जोरदार वापसी हो गई है। मौसम विभाग (IMD) ने अगले चार दिनों तक लगातार बारिश का अलर्ट जारी किया है। पूर्वानुमान के मुताबिक, इस दौरान दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। साथ ही, कई इलाकों में आंधी-तूफान और 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस दौर की बारिश के बाद दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में सुबह और शाम के समय हल्की ठंड का एहसास शुरू हो जाएगा। शनिवार की सुबह से ही कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश की शुरुआत हो सकती है, जो दिनभर रुक-रुककर जारी रहेगी।
उत्तर भारत में झमाझम बारिश का दौर
गुरुवार को दिल्ली में मूसलाधार बारिश से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली, लेकिन शुक्रवार को मौसम ने करवट बदल ली। बादल छाए रहने के बावजूद दिनभर बारिश नहीं हुई, हालांकि तापमान में करीब दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग का कहना है कि शनिवार को दिल्ली का मौसम अपेक्षाकृत शुष्क रहेगा, मगर रविवार से फिर से बारिश का दौर शुरू हो सकता है। वहीं, उत्तर भारत के अन्य राज्यों—उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान—में आज से ही बारिश का सिलसिला तेज होने की उम्मीद है। कई इलाकों में तेज हवाएं और बिजली गिरने की भी आशंका है, इसलिए विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
बिहार में बारिश से मचा हाहाकार
दूसरी ओर, बिहार में बारिश ने तबाही मचा दी है। पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही तेज बारिश और बिजली गिरने की घटनाओं में अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में मुजफ्फरपुर और जहानाबाद के तीन-तीन, बेतिया के चार, भोजपुर के दो, जबकि वैशाली, नालंदा, गोपालगंज, मोतिहारी, किशनगंज, मधेपुरा और खगड़िया जिलों से एक-एक व्यक्ति की जान गई है। इसके अलावा, करीब 15 लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। तेज हवाओं और भारी बारिश ने धान और गन्ने की फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचाया है। ग्रामीण इलाकों में कई जगहों पर कच्चे मकान ढह गए और सड़कों पर जलभराव की स्थिति बन गई है। साथ ही, नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण गंडक नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। प्रशासन ने प्रभावित जिलों में राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात की हैं।
दक्षिण भारत में भी बरसेगा आसमान
उत्तर भारत के अलावा, दक्षिण भारत में भी मौसम सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार, तमिलनाडु के 14 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में एक के बाद एक दो मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं, जो दक्षिण भारत में भारी वर्षा का कारण बन रही हैं। इससे तटीय जिलों में तेज हवाएं, समुद्र में ऊंची लहरें और कुछ इलाकों में बिजली गिरने की संभावना जताई गई है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
आगे क्या रहेगा मौसम का हाल?
मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस बार की बारिश के बाद उत्तर भारत में तापमान में गिरावट शुरू हो जाएगी। सुबह और शाम के समय ठंडी हवाएं चलेंगी और मौसम में हल्की गुलाबी ठंडक महसूस होने लगेगी। यह बारिश मौसमी बदलाव की शुरुआत मानी जा रही है, यानी अब मानसून धीरे-धीरे विदा होकर सर्दी का संकेत देने लगा है।