त्योहारों पर टिकट महंगे नहीं, इन रूट्स पर अतिरिक्त फ्लाइट्स

दिवाली और अन्य त्योहारी सीज़न के दौरान यात्रा करने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरलाइनों को निर्देश दिया है कि वे हवाई किराए में अचानक वृद्धि न होने दें और प्रमुख मार्गों पर अतिरिक्त उड़ानों की सुविधा बढ़ाएं। मंत्रालय ने बताया कि त्योहारों के दौरान हवाई किराए की निगरानी करना और अगर कीमतें बढ़ें तो उचित कदम उठाना DGCA की जिम्मेदारी है।

एयरलाइनों ने बढ़ाई उड़ान क्षमता

DGCA और एयरलाइनों के बीच हुई बातचीत के बाद यह स्पष्ट हुआ कि कंपनियां अतिरिक्त उड़ानों की पेशकश करने को तैयार हैं। त्योहारों में यात्रा की बढ़ी हुई मांग को पूरा करने के लिए IndiGo 42 सेक्टरों में लगभग 730 अतिरिक्त उड़ानें चला सकती है। वहीं, Air India और Air India Express 20 सेक्टरों में करीब 486 उड़ानें संचालित करने की योजना बना रही हैं, जबकि SpiceJet 38 सेक्टरों में लगभग 546 उड़ानें जोड़ने जा रही है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि DGCA ने एयरलाइनों को सक्रिय रूप से कहा है कि वे त्योहारों के दौरान अतिरिक्त उड़ानें शुरू करें, ताकि यात्रियों को महंगे टिकट न खरीदने पड़ें।

DGCA की सख्त निगरानी

हर साल अक्टूबर से दिसंबर का समय यात्रा के लिए सबसे व्यस्त रहता है, क्योंकि दिवाली, करवा चौथ, क्रिसमस और अन्य त्यौहारों के कारण लोगों की यात्रा की मांग बहुत बढ़ जाती है। इस दौरान लोकप्रिय रूट्स पर टिकटों के दाम भी अक्सर बढ़ जाते हैं। मंत्रालय ने कहा कि DGCA इस अवधि में हवाई किराए और उड़ान क्षमता पर सख्त निगरानी रखेगा ताकि यात्रियों के हितों की सुरक्षा हो सके। एविएशन एनालिटिक्स फर्म Cirium के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में भारतीय एयरलाइंस साप्ताहिक 22,945 घरेलू उड़ानें संचालित करेंगी, जो पिछले साल की तुलना में 2.1% कम है।

भारत-चीन हवाई सेवाओं की शुरुआत

त्योहारों के समय सिर्फ घरेलू उड़ानों ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की दिशा में भी कदम बढ़ाए जा रहे हैं। भारत ने हाल ही में चीन के साथ सीधी हवाई सेवाओं को फिर से शुरू करने का फैसला किया है, जो अक्टूबर के अंत से लागू होगी। यह पहल दोनों देशों के बीच सामान्य संबंधों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। इससे पहले भारत सरकार ने चीनी नागरिकों के लिए पर्यटन वीजा की सुविधा भी पुनः शुरू की थी। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाल की तिआनजिन यात्रा और वहां राष्ट्रपति शी जिनपिंग से हुई द्विपक्षीय मुलाकात के बाद आया है।