मध्यप्रदेश के 24 जिलों में फिर बरसेंगे बादल, भोपाल-इंदौर-जबलपुर में भी होगी झमाझम बारिश, IMD ने जारी किया अलर्ट

अरब सागर से लगातार आ रही नम हवाओं के कारण मध्य प्रदेश के कई इलाकों में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। कहीं रुक-रुककर तो कहीं तेज बौछारों के साथ बारिश का दौर जारी है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि सोमवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर और इंदौर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है। हालांकि, बुधवार से मौसम के धीरे-धीरे साफ होने के संकेत मिल रहे हैं।

बीते 24 घंटे में कई जिलों में हुई बरसात

रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश दर्ज की गई। बैतूल में सबसे ज्यादा 51 मिलीमीटर, सिवनी में 36, श्योपुर में 33, भोपाल शहर में 27, सागर में 17, नर्मदापुरम में 14 और धार में 10 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके अलावा दमोह में 8, भोपाल एयरपोर्ट व शिवपुरी में 5, छिंदवाड़ा में 4, गुना व पचमढ़ी में 3 और मलाजखंड में 0.8 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई।

आज इन जिलों में बरसने के आसार

मौसम विभाग ने सोमवार को राज्य के 24 जिलों में बारिश की संभावना जताई है। इनमें भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला और डिंडौरी शामिल हैं। इन जिलों में कहीं-कहीं पर बिजली चमकने और हल्की गरज के साथ बारिश हो सकती है।

ओमान के पास पहुंचा चक्रवाती तूफान “शक्ति”

मौसम विज्ञान केंद्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक विनीता पटवर्धन ने जानकारी दी कि अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान “शक्ति” अब ओमान के तट के आसपास पहुंच चुका है। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर क्षेत्र के ऊपर एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी हिस्से में चक्रवात के रूप में सक्रिय है। सोमवार से एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम भारत में सक्रिय हो सकता है।
अरब सागर से आने वाली नम हवाएं फिलहाल प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में पहुंच रही हैं, जिसके चलते तापमान बढ़ने और नमी के मेल से गरज-चमक वाली बारिश का वातावरण बन रहा है।

भोपाल संभाग में बना अभिसरण क्षेत्र

मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि रविवार को भोपाल संभाग के ऊपर एक अभिसरण क्षेत्र (Convergence Zone) विकसित हो गया था। इसका मतलब है कि ऊपर की परत में चलने वाली तेज हवाएं नीचे की धीमी हवाओं से मिल रही थीं। इस प्रक्रिया से बादलों में नमी का संकेंद्रण बढ़ गया, जिससे रुक-रुककर तेज बारिश की स्थिति बनी रही। उन्होंने आगे कहा कि अगर मौसम इसी रफ्तार से आगे बढ़ा तो 10 अक्टूबर से प्रदेश में मानसून की वापसी की शुरुआत हो सकती है।

अब धीरे-धीरे खुलेगा आसमान

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिन तक प्रदेश के दक्षिण और मध्य भागों में हल्की बारिश होती रहेगी। इसके बाद धीरे-धीरे बादल छटने लगेंगे और आसमान साफ होगा। आने वाले सप्ताह में तापमान में गिरावट शुरू होगी और गुलाबी ठंड का अहसास होने लगेगा।