मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का 6 अक्टूबर को प्रस्तावित जबलपुर दौरा रद्द कर दिया गया है। इसके बजाय उन्होंने छिंदवाड़ा के परसिया क्षेत्र का दौरा तय किया है, जहां वे कोल्ड्रिफ कफ सिरप से प्रभावित परिवारों से मुलाकात करेंगे। सीएम यादव का उद्देश्य सीधे पीड़ित परिवारों से बातचीत करना और प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाइयों की जानकारी लेना है। इस दौरे में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उनके साथ रहेंगे।
सीएम मोहन यादव का मिनट टू मिनट कार्यक्रम
• 01:00 बजे: भोपाल से छिंदवाड़ा के लिए रवाना।
• 01:40 बजे: छिंदवाड़ा में आगमन।
• 01:45 बजे: परसिया क्षेत्र पहुंचकर प्रभावित परिवारों से मुलाकात।
• 03:25 बजे: परसिया से छिंदवाड़ा के लिए प्रस्थान।
• 03:40 बजे: छिंदवाड़ा से भोपाल के लिए वापसी।
इस दौरे के दौरान मुख्यमंत्री सीधे पीड़ितों से संवाद करेंगे और प्रशासनिक स्तर पर उठाए गए कदमों का जायजा लेंगे।
कोल्ड्रिफ कफ सिरप पर बैन
सीएम मोहन यादव ने शनिवार को बच्चों की मौत के गंभीर मामलों के बाद कोल्ड्रिफ कफ सिरप पर तत्काल बैन लगा दिया और इसकी बिक्री रोकने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने मानकों पर खरी न उतरने वाली दवाओं की छापामारी और जब्ती करने के आदेश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा।
सरकारी रिपोर्ट में DEG की पुष्टि
छिंदवाड़ा जिले में हुए कोल्ड्रिफ सिरप से बच्चों की मौत के मामले की जांच में मध्य प्रदेश सरकार की रिपोर्ट शनिवार रात को जारी हुई। इस रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई कि सिरप में 46.2% डायएथिलिन ग्लायकॉल (DEG) मौजूद था। यह अत्यंत जहरीली मात्रा बच्चों के लिए घातक साबित हुई।
मरीजों और परिवारों के लिए सुरक्षा एडवाइजरी
मध्य प्रदेश और केंद्र सरकार ने इस गंभीर स्थिति को देखते हुए व्यापक एडवाइजरी जारी की है-
• बच्चों और मरीजों को: सर्दी, खांसी और बुखार होने पर तुरंत सरकारी अस्पताल जाएं।
• यदि बच्चा 6 घंटे तक पेशाब नहीं कर रहा, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
• झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज न कराएं।
• मेडिकल स्टोर से बिना डॉक्टर के पर्चे की दवा लेने से बचें।
• पानी को उबालकर पिएं और ताजा, स्वच्छ खाना खाएं।
मेडिकल स्टोर के लिए निर्देश
• बिना प्रिस्क्रिप्शन कंबिनेशन ड्रग्स न दें।
• प्रतिबंधित सिरप या फार्मूला न बेचें।
• किसी भी तरह की एंटीबायोटिक दवा बिना पर्चे न दें।
डॉक्टरों के लिए गाइडलाइन
• सर्दी, खांसी और बुखार से पीड़ित बच्चों पर विशेष ध्यान रखें, खासकर यदि वे पहले से कोई दवा ले रहे हैं।
• यदि बच्चा 6 घंटे तक यूरिन नहीं करता, तो उन्हें ऑब्जर्वेशन में रखें।
• आवश्यकता पड़ने पर हायर सेंटर रेफर करें।