कांग्रेस ने छिंदवाड़ा में 14 बच्चों की मौत के बाद कफ सिरप कंपनी के साथ ही प्रदेश के जिम्मेदार अधिकारियों और स्वास्थ्य मंत्री पर कोई कार्रवाई ना करने को लेकर विरोध प्रदर्शन की शुरूआत कर दी है। जहां आज सुबह पीसीसी चीफ ने छिंदवाड़ा पहुंच कर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की है। इसके साथ ही कांग्रेस अब इस मामलें को लेकर उग्रप्रदर्शन करने की रणनीति बना रही है। इसी क्रम में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सीएम को सदबुद्धि देने की प्रार्थन करते हुए सदबुद्धि यज्ञ किया।
कांग्रेस ने उठाया मुद्दा
छिंदवाड़ा में हुए जहरील कफ सिरप से बच्चों की मौत के बाद कांग्रेस ने स्वास्थ्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के इस्तीफे की मांग की है। छिंदवाड़ा में कफ सिरप पीने से अब तक 14 बच्चों की मौत के मामले में कांग्रेस दोनो मंत्रियों पर सीएम को कार्रवाई करने की मांग की है। इसके साथ ही कांग्रेस का आरोप है कि यह ड्रग ट्रायल भी हो सकता है इस बाद की जांच भी की जाना चाहिए।
बिना प्रयोगशाला जांच के एमपी में कैसे बिकी दवा
मध्यप्रदेश में किसी भी दवा कंपनी को अपनी दवाई उतारने के लिए अनुमति लेना होती है। जिससे पहले जिम्मेदारऔषधी प्रशासन इन दवाइंयों की प्रयोगसाला में जांच कराने के बाद जांच रिपोर्ट के आधार पर मार्केट में उतारता है लेकिन औषधी विभाग के अधिकारी और स्वास्थ्य मंत्री ने बिना जांच पड़ताल किए ही दवा को बाजार में उतरने की अनुमति दे दी जिसके कारण ही आज प्रदेश के छिंदवाडा में 14 बच्चों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। इसके लिए सबसे पहले प्रशासनिक अधिकारी और मंत्री है लेकिन सीएम ने सिर्फ दवाई लिखने वाले डॉक्टर पर ही कार्रवाई करके दिखावा कर दिया है। जबकि प्रदेश में ऐसी दवा बेचने से पहले की कार्रवाई करने वाले जिम्मेदारो को अब तक दोषी नहीं माना है।