Indore News : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को राजधानी भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों, कमिश्नरों और वरिष्ठ अधिकारियों से सीधे संवाद किया और शासन की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता जनता को त्वरित और पारदर्शी सेवा प्रदान करना है। आज इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का दूसरा दिन है।
यह कॉन्फ्रेंस कई मायनों में एक अलग तरह से आयोजित हुई है। इस बार की कॉन्फ्रेंस में कलेक्टर्स और कमिश्नर्स को जिलो में उनके नवाचारों के लिए अलग से समय दिया गया। इन नवाचारों में इंदौर संभाग के जिला कलेक्टर्स द्वारा प्रस्तुतिकरण किया गया। इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा ने इंदौर में वायु गुणवत्ता के सम्बंध में प्रस्तुतिकरण किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मप्र सरकार की मंशा “सशक्त प्रशासन, समृद्ध प्रदेश” की है और इसके लिए हर अधिकारी को पूरी निष्ठा से काम करना होगा। उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं का समाधान शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और सभी अधिकारी इसके लिए संवेदनशीलता से कार्य करें। कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में मुख्य सचिव, डीजीपी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
खंडवा कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने जल संरक्षण के लिए किए गए कार्यों के बारे में तो झाबुआ कलेक्टर नेहा मीणा ने कुपोषण निवारण के लिए उनके द्वारा प्रारम्भ किये गए मोटी आयी का प्रस्तुतिकरण किया। इंदौर संभाग के इन कलेक्टर्स के नवाचारों से मिले परिणामों को सराहना भी मिली।
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम में इंदौर नम्बर-1
सन् 2019 में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत 131 शहरों को चुना गया था। इसमें इंदौर का बड़ा नाम हुआ है। इस कार्यक्रम में इंदौर वर्ष 2023 और 2025 में स्वच्छ वायु में नम्बर एक पर रहा है। इस कार्यक्रम में इंदौर में ऐसे कार्य किये गए जो शहर में उड़ने वाली धूल को कंट्रोल कर दिखाया गया। इसके तहत पेड़ भी लगाना एक बड़ा कारण माना गया। जबकि सड़कों को धूल से मुक्त रखा गया था।
जल संरचनाओं को अतिक्रमण मुक्त करना
कॉन्फ्रेंस में खंडवा कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने खंडवा शहर में जल संरक्षण के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्यों के संबंध में विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया। इस दौरान उन्होंने मियांवाकी पद्धति से किए गए पौधरोपण और “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत शहरी क्षेत्र में कराए गए पौधरोपण के संबंध में जानकारी दी। कलेक्टर श्री गुप्ता ने खंडवा शहर के शक्कर तालाब और दूध तलाई क्षेत्र से अतिक्रमण हटाकर वहां जल संरक्षण के लिए कार्य किए गए।
इसके अलावा उन्होंने शहर के पदम कुंड, सूरजकुंड, रामेश्वर कुंड, झीलोद्यान और भवानी माता के कुएं की साफ-सफाई कराकर वहां जल संरक्षण के लिए कार्य किये। इसके अलावा खंडवा में सभी अशासकीय एवं शासकीय भवनों की पक्की छतों पर रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाकर वर्षा के जल को संरक्षित किया गया।
झाबुआ में कुपोषण निवारण में मिला सहयोग
झाबुआ कलेक्टर नेहा मीणा ने कॉन्फ्रेंस में कुपोषण निवारण के लिए उनके द्वारा प्रारम्भ किये गए मोटी आयी अभियान के बारे में प्रस्तुतिकरण किया। इस अभियान में हर गांव में ऐसी महिला को चुना गया, जिनका बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है,जो अपने बच्चो की परवरिश में भोजन का पूरा ध्यान रखती है।
उस महिला को सम्बंधित आगनवाड़ी केंद्रों पर कुपोषित बच्चों की जिम्मेदारी दी गई। पहले चरण में 1325 महिलाओं को चुना गया था। दूसरे चरण पर अभी कार्य प्रारम्भ हुआ है। इसमें 467 महिलाओं को चुना गया है। पहले चरण में अच्छा परिणाम मिला। इस अभियान को राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना मिली है।