Indore में पीतल की रामायण हो रही तैयार, 850 पन्नों पर 24 हजार श्लोक उकेरे जाएंगे

Indore News : इंदौर में महर्षि वाल्मीकि जयंती के पावन अवसर पर रामायण को लेकर एक अनोखी मिसाल प्रस्तुत की जा रही है। इंदौर के एडवोकेट लोकेश मंगल पीतल का रामायण ग्रंथ तैयार करवा रहे है। 

पीतल की धातु पर ही रामायण के 24 हजार श्लोक अंकित किये जाएंगे। महर्षि वाल्मीकि जयंती पर इसका पहला पेज तैयार किया गया है। दीपावली तक 850 पन्नों की ये पीतल की रामायण बनकर तैयार हो जाएगी। बनने के बाद पीतल की रामायण का वजन 8 किलो के आसपास रहेगा। पूरी रामायण को 40 गेज की पीतल की शीट 7 इंच लंबी, 5 इंच चौड़ी, जो कि 850 पन्नों पर दोनों तरफ छापा जाएगा।  

खास बात ये है कि पीतल की रामायण बनने के बाद इसे हरिद्वार ले जाया जाएगा और पहले स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज को दिखाई जाएगी। जिसके बाद ही पीतल जड़ित रामायण को पब्लिश किया जाएगा। सूत्रो के अनुसार बताया जा रहा है  कि एडोवकेट लोकेश मंगल को पीतल की रामायण तैयार करने की प्रेरणा स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज से मिली है।

आपको बता दें कि पीतल की रामायण बनने में करीब 5 हजार रूपए का खर्च आएगा। इसमें मैटल का ही खर्च आएंगा, बाकी कटाई, प्रिटिंग का काम सेवा काम के रूप में किया जाएगा। पीतल वाली रामायण की उम्र करीब तीन हजार साल तक बताई जा रही है। संभवत: इस महीने दीपावली पर्व तक ये पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगी। पेजों की कटाई में करीब 12 घंटे का समय लग रहा है और 3 मिनट में एक फाइल तैयार होती है, प्रत्येक क्रम में रखते हुए इसे तैयार किया जा रहा है। जिसमें 108 घंटे का समय लगेगा।

आपको बता दें कि इससे पहले एडवोकेट लोकेश मंगल पीतल पर महाभारत, 193 देशों में जनगणना संबंधित प्रावधान और संविधान से देश, महाराजा अग्रसेन से संबंधित पीतल की किताब समेत कई चीजें पीतल पर उकेर चुके है।