दिल्ली-NCR में बढ़ा प्रदूषण, उत्तर-भारत ठंडा और दक्षिण में भारी बारिश का अलर्ट, जानें मौसम विभाग का पूर्वानुमान

उत्तर भारत और दक्षिण भारत में मौसमी हालात में इस समय काफी अंतर देखने को मिल रहा है। जहां उत्तर भारत में मॉनसून विदा हो चुका है और गुलाबी ठंड ने दस्तक दे दी है, वहीं दक्षिण भारत में बारिश का सिलसिला फिर शुरू हो गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की रिपोर्ट के अनुसार, 16 से 20 अक्टूबर के बीच तमिलनाडु, केरल तट और कर्नाटक तट के आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। इस बारिश के कारण दक्षिण भारत के कई हिस्सों में जलभराव और स्थानीय बाढ़ की आशंका भी जताई जा रही है।

दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता बिगड़ी

दिल्ली और आसपास के क्षेत्र में वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। गुलाबी ठंड के कारण सुबह और शाम का मौसम ठंडा महसूस होता है, लेकिन साथ ही हवा में धूल और प्रदूषण का स्तर भी बढ़ गया है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, नोएडा देश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 282 तक पहुंच गया। इसके बाद गाजियाबाद का AQI 260, गुरुग्राम का AQI तीसरे स्थान पर और दिल्ली का AQI 208 दर्ज किया गया है। विशेषज्ञों ने कहा है कि दिवाली से पहले प्रदूषण और धुंध का स्तर बढ़ सकता है, इसलिए लोगों को बाहर निकलते समय सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।

उत्तर प्रदेश में मौसम का हाल

उत्तर प्रदेश में अगले 3–4 दिन मौसम सामान्य रहने का अनुमान है। आज आसमान साफ रहेगा और अधिकतम तापमान लगभग 32–34 डिग्री सेल्सियस रहेगा, जबकि न्यूनतम तापमान 18–20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। पश्चिमी यूपी में दिन के समय हल्की गर्मी महसूस हो सकती है, जबकि पूर्वी यूपी में रातें थोड़ी ठंडी रहेंगी। सुबह के समय हल्की धुंध या कुहासा देखने को मिल सकता है। 16 अक्टूबर के बाद न्यूनतम तापमान में थोड़ी गिरावट होने की संभावना है, जिससे ठंड का एहसास और बढ़ सकता है।

दक्षिण भारत में भारी बारिश का अलर्ट

IMD ने दक्षिण भारत के लिए चेतावनी जारी की है। केरल और तमिलनाडु के कई हिस्सों में अगले सात दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी के लिए मौसम की परिस्थितियां अनुकूल मानी जा रही हैं। विभाग ने कहा है कि अगले 24 घंटों में मॉनसून देश के कई हिस्सों में फिर सक्रिय हो सकता है। साथ ही, दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत और बंगाल की खाड़ी के निकटवर्ती क्षेत्र में पूर्वी और उत्तर-पूर्वी हवाओं के सक्रिय होने के साथ उत्तर-पूर्वी मॉनसून की वर्षा गतिविधि भी शुरू होने की संभावना है।

पहाड़ी राज्यों में गिर रहा तापमान

हिमाचल प्रदेश में अगले चार दिनों तक मौसम साफ रहेगा। लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और मनाली जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रातें ठंडी और सुबह बर्फीली हवाएं चल सकती हैं। उत्तराखंड के अधिकतर क्षेत्रों जैसे देहरादून, नैनीताल, मसूरी और पिथौरागढ़ में मौसम साफ और ठंडा रहेगा। उच्च पर्वतीय क्षेत्रों जैसे चमोली, उत्तरकाशी और बागेश्वर में न्यूनतम तापमान 7–9 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। बारिश की संभावना बहुत कम है, लेकिन पहाड़ी सड़कों पर सुबह के समय फॉग (धुंध) होने की संभावना है, इसलिए वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।