देश के प्रसिद्ध राज्य गुजरात की राजनीति में एक नया प्रयोग किया गया है। गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की कैबिनेट का विस्तार हुआ है । यहां साल 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ये विस्तार गुजरात की राजनीति में नए आयाम ला सकता है। चुनाव से पहले यह विस्तार करने का उद्देश्य कही डेमेज कंट्रोल करना तो नही है। ऐसी भी संभावना जताई जा रही है। यह मंत्रीमंडल का विस्तार काफी अहम माना जा रहा है। इससे पहले गुरूवार को सीएम भूपेन्द्र पटेल को छोड़कर सभी मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद नए मंत्री मंड़ल ने शपथ ली।
26 मंत्रियों ने ली शपथ
गुजरात में शुक्रवार को सीएम भूपेंद्र पटेल की कैबिनेट का विस्तार हुआ। भूपेंद्र पटेल की कैबिनेट में कुल 26 नए सदस्यों ने शपथ ली। इससे पहले शुक्रवार को सीएम भूपेंद्र पटेल ने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मुलाकात की।
सौराष्ट्र-कच्छ से ये बनेगे मंत्री
सौराष्ट्र क्षेत्र से मंत्री बनने वालों में पोरबंदर से आने वाले अर्जुन मोढवाडिया, कोडिनार से घंटानाद, मोरबी से कांति अमृतिया, अमरेली से कौशिश वेकारिया, जामनगर उत्तर से रिवाबा जडेजा, भावनगर पश्चिम से जीतू वघानी और अंजार से त्रिकामा छंगा शामिल हैं।
राज्य की चारों दिशाओं का रखा गया ध्यान
नए मंत्री मंडल के विस्तार में इस बात का ध्यान रखा गया है कि राज्य की सभी दिशाओं को तवज्जों दी जाए। इसी कड़ी में दक्षिण गुजरात क्षेत्र से जो विधायक मंत्री बनने जा रहे हैं, उनमें वराछा से कुमार कनानी, गणेश से नरेश पटेल, नाइजर से जयराम गामित, अंकलेश्वर से ईश्वर पटेल शामि हैं।
बता दें कि उत्तर गुजरात क्षेत्र से भी कई सदस्य भूपेंद्र कैबिनेट का हिस्सा होंगे, इसमें भिलोदा से पीसी बरामदा, दीसा से प्रवीण मारी और स्वरूजी ठाकोर शामिल हैं।
मध्य गुजरात से इनको मिली जगह
दर्शना वाघेला, रमेश कटारा, मनीषा वकील, कमलेश पटेल, संजय सिंह महिदा, रमन सोलंकी, जो मध्य गुजरात से आते हैं उन्हें भी इस कैबिनेट में जगह मिली है। जानिए सौराष्ट्र-कच्छ से कितने मंत्री बनेंगे