धनतेरस के दिन बदला मौसम, भोपाल-इंदौर समेत कई इलाकों में हो सकती है बारिश, IMD ने जारी किया चेतावनी

मध्य प्रदेश में अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में मौसम का रुख बदलता नजर आ रहा है। हवाओं की दिशा और बढ़ती नमी ने प्रदेश के कई हिस्सों में वातावरण को बदल दिया है। शुक्रवार को प्रदेश के पूर्वी और दक्षिणी इलाकों में आसमान पर बादल छाए रहे, वहीं कुछ जगहों पर हल्की बारिश भी हुई। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, धार जिले में शुक्रवार सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक 6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। यह हल्की लेकिन सीजन बदलने का संकेत देने वाली वर्षा रही, जिसने लोगों को हल्की ठंड का एहसास दिलाया।

न्यूनतम तापमान में आई गिरावट, बढ़ी ठंडक की अनुभूति

शुक्रवार को प्रदेश के तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की गई। नौगांव सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इसके अलावा, प्रदेश के करीब 17 शहरों में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे रिकॉर्ड किया गया। वहीं, रतलाम ने अधिकतम तापमान में बाजी मारी यहां 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो पूरे प्रदेश में सबसे अधिक था। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि रात और सुबह के तापमान में धीरे-धीरे गिरावट शुरू हो चुकी है, और आने वाले दिनों में हल्की ठंड और महसूस की जा सकती है।

भोपाल-इंदौर में आज फिर हो सकती है हल्की बारिश

मौसम विज्ञान केंद्र, भोपाल के वरिष्ठ विज्ञानी एच.एस. पांडे के अनुसार, पिछले 24 घंटों में भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, उज्जैन और जबलपुर संभागों में छिटपुट बारिश दर्ज की गई। वर्तमान में वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ गई है, जिसके चलते दक्षिण-पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश में बादल छाए रहने की संभावना बनी हुई है। शनिवार को भोपाल और इंदौर के कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी या फुहारें पड़ सकती हैं। मौसम का यह बदलाव फिलहाल हल्का रहेगा, लेकिन हवा में नमी और बादलों की मौजूदगी अगले कुछ दिनों तक बनी रहेगी।

सक्रिय मौसम प्रणालियों से जुड़ी अहम जानकारियां

मौसम विभाग ने बताया है कि इस समय कई सक्रिय मौसम प्रणालियां देश के दक्षिणी हिस्सों में प्रभाव डाल रही हैं, जिनका असर मध्य प्रदेश तक पहुंच रहा है।
• दक्षिण-पूर्वी अरब सागर और लक्षद्वीप क्षेत्र में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है।
• यह सिस्टम शनिवार तक केरल और कर्नाटक तट की ओर बढ़कर कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो सकता है।
• अगले दो दिनों में यह और गहराते हुए अवदाब (Deep Depression) का रूप ले सकता है।
• इसके अलावा, श्रीलंका और उत्तरी झारखंड के आसपास भी हवा के ऊपरी स्तर पर चक्रवात सक्रिय हैं, जो देश के मध्य भाग में नमी पहुंचाने का काम कर रहे हैं।

इन प्रणालियों के कारण मध्य भारत में बादल छाने और हल्की वर्षा की स्थिति बनी रह सकती है।

विशेषज्ञों का अनुमान: एक हफ्ते तक रहेगा ऐसा ही मौसम

मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला के मुताबिक, फिलहाल हवाओं की दिशा में लगातार परिवर्तन देखा जा रहा है। पूर्वी हवाओं के साथ बीच-बीच में दक्षिणी हवाएं भी चल रही हैं, जिससे वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ रही है। यही कारण है कि आकाश में बादलों का आवागमन जारी है। शुक्ला ने बताया कि यह स्थिति अगले एक सप्ताह तक बनी रह सकती है। यानी फिलहाल आसमान साफ रहने की पूरी उम्मीद नहीं है। कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश या बादल छाए रहने के कारण दिन में हल्की ठंडक और रात में ठंडी हवाओं का असर बना रहेगा।

क्या है आने वाले दिनों का पूर्वानुमान

मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों में तापमान में थोड़ी और गिरावट दर्ज की जा सकती है। दिन के तापमान में हल्की गर्माहट बनी रहेगी, लेकिन रातें ठंडी और सुहानी होंगी।
खासकर मालवा-निमाड़, भोपाल, जबलपुर और नर्मदापुरम के क्षेत्रों में बूंदाबांदी के साथ ठंडी हवाएं चल सकती हैं। इसके अलावा, अगले सप्ताह तक मौसम में स्थिरता आने की संभावना नहीं है, यानी अक्टूबर के अंत तक मौसम का यह बदला हुआ मिजाज जारी रह सकता है।