मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार, 12 अक्टूबर को मेला ग्राउंड में आयोजित राज्य स्तरीय सम्मेलन में एक बड़े डिजिटल कदम के तहत प्रदेश की 1 करोड़ 26 लाख 86 हजार लाड़ली बहनों के बैंक खातों में 1541 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। इस अवसर पर उन्होंने यह भी घोषणा की कि भाई दूज के अवसर पर प्रत्येक बहन के खाते में अतिरिक्त 250 रुपये भेजे जाएंगे, ताकि दीपावली का त्योहार और भी खास बन सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले माह से योजना की राशि बढ़ाकर 1500 रुपये प्रतिमाह कर दी जाएगी।
मुख्यमंत्री का संदेश और जनता का आशीर्वाद
डॉ. मोहन यादव ने कहा कि बहनों के चेहरे पर मुस्कान देखकर ऐसा लगता है जैसे दीपावली पहले ही आ गई हो। उन्होंने जनता के आशीर्वाद को अपनी ताकत बताते हुए कहा कि इसी भरोसे वह प्रदेश को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि बहनों के लिए सरकार के पास संसाधनों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कांग्रेस पर भी तंज कसा कि यह पार्टी योजना को बंद करने की बात करती थी, लेकिन उनकी सरकार इसे और मजबूत बना रही है।
किसे नहीं मिली अक्टूबर की किस्त
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, योजना की अक्टूबर की किस्त कुछ महिलाओं के खाते में नहीं पहुंची। इसका मुख्य कारण ई-केवाईसी (e-KYC) प्रक्रिया के दौरान समग्र आईडी (Samagra ID) डिलीट होना बताया गया है। विशेष रूप से सतना और सिंगरौली जिलों में ऐसे मामले अधिक सामने आए। इसके अलावा, योजना के नियमों के अनुसार 60 वर्ष से अधिक आयु की महिलाएं योजना के लिए पात्र नहीं हैं। जिन महिलाओं के आधार कार्ड या समग्र पोर्टल पर दर्ज आयु 60 वर्ष से ऊपर है, उन्हें अक्टूबर की किस्त नहीं मिली। इस तरह की समस्याएं जनवरी 2025 में भी सामने आई थीं।
अगली किस्त कैसे मिलेगी
सरकार ने कहा है कि जिन महिलाओं की समग्र आईडी या ई-केवाईसी अपडेट नहीं है, वे इसे जल्द से जल्द ठीक करवाएं। जानकारी अपडेट होने के बाद अगली किस्त में उन्हें योजना का लाभ फिर से मिलेगा। नवंबर में दीपावली के बाद, बढ़ी हुई 1500 रुपये की मासिक किस्त लाखों लाड़ली बहनों के लिए बड़ी राहत और खुशी लेकर आने वाली है। यह कदम न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत करेगा, बल्कि उन्हें अपने अधिकारों और समाज में सम्मान का भी अनुभव कराएगा।