जैसे ही सफाई मित्रों के घर पहुंचे महापौर पुष्यमित्र भार्गव तो मन गया आनंदोत्सव!, मेहनत को आत्मियता से जोड़ता अंदाज

इंदौर शहर को सफाई में नंबर वन का तमगा दिलाना असंभव था यदि सफाई मित्र इसमें स्वयं को ना झोंक देते। उनकी मेहनत का ही नतीजा है कि आज इंदौर सफाई में नबंर वन है और सफाई मित्र की मेहनत का फल पूरे इंदौर को मिल रहा है कि हर इंदौरवासी यह गौरव महसूस करत है कि वह देश के सबसे स्वच्छ शहर का वासी है। ऐसी अनुभूति तो हर शहरवासी करता है लेकिन इसका इजहार करना शायद हमारे निराले महापौर ही कर पाए। महापौर पुष्यमित्र भार्गव का मधुर व्यवहार तो जगजाहिर है लेकिन जब वह कुछ अलग करके दिखाते है तो उनकी आत्मियता भी झलक जाती है।
जस्बे को किया दिल से आत्मसात
जहां दीपावली की रात की रात्रि को आतिशबाजी के बाद सफाई मित्र आधी रात में अपने दीपावली जैसे बड़े त्यौहार पर अपने परिवार के साथ मनाने की बजाय शहर को स्वच्छ रखने के लिए उतर पड़त है। सफाई मित्रों के इस जस्बे को दिल से आत्मसात किया है महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इसका इजहार करते हुए वह दीपोत्सव के अवसर पर सफाई मित्र के घर पहुंचे। जैसे ही वह सफाई मित्र के घर में पहुंचे वहा का नजारा किसी आश्चर्यजनक घटना से कम नहीं थी। उनके पहुंचते ही सफाई मित्र का पूरा परिवार आनंद उत्सव में डूब गया। उनके परिवार की खुशियों को ठिकाना नहीं रहा। जब महापौर सपत्नीक वहां पहुंचे।

हर वर्ष निभाते है परंपरा
जहां महापौर पुष्यमित्र भार्गव की उपस्थिति ने दीपो उत्सव की रोशनी को दोगुना कर दिया। परंपरागत रूप से हर वर्ष की तरह इस बार भी महापौर भार्गव ने सफाई मित्रों के घर पहुंचकर उनके कार्य की सराहना की, उत्साहवर्धन किया और उन्हें दीपावली की शुभकामनाएं दीं। यह वह परिवार है जो विगत 24 वर्षों से शहर की स्वच्छता में सेवा दे रही है।

कर्मवीर सफाई मित्र सरिता सजन वैद
महापौर सफाई मित्र सरिता सजन वैद के घर पहुंचे जहां महापौर ने उनके अथक परिश्रम के प्रति सम्मान व्यक्त किया। महापौर ने कहा कि सफाई मित्र ही वे सच्चे कर्मवीर हैं जिनकी बदौलत इंदौर लगातार स्वच्छता में देश में नंबर वन बना हुआ है। दीपावली जैसे पर्व पर उनके घर जाकर शुभकामनाएं देना समाज के प्रति उनके अमूल्य योगदान को सम्मान देने का एक प्रयास है।