मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का बुधवार, 22 अक्टूबर 2025 का दिन पूरी तरह व्यस्त रहने वाला है। प्रदेशभर में गोवर्धन पूजा और दीपोत्सव के उत्सव के बीच मुख्यमंत्री धार्मिक आस्था से जुड़े कार्यक्रमों में शामिल होंगे, साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के विकास से संबंधित गतिविधियों में भी भाग लेंगे।
सुबह भोपाल से इंदौर के लिए प्रस्थान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का दिन सुबह राजधानी भोपाल से शुरू होगा। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, वे प्रातः 11:35 बजे भोपाल से एयरपोर्ट के माध्यम से इंदौर के लिए रवाना होंगे। यह उड़ान अल्पकालिक होगी और दोपहर तक मुख्यमंत्री इंदौर पहुंच जाएंगे। इस यात्रा का उद्देश्य इंदौर जिले के हातोद क्षेत्र में आयोजित गोवर्धन पूजा के विशेष कार्यक्रम में शामिल होना है।
इंदौर जिले के हातोद में गोवर्धन पूजा में सहभागिता
दोपहर 12:20 बजे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रेशम केंद्र गौशाला, खजूरिया (हातोद, जिला इंदौर) पहुंचेंगे। यहां वे गोवर्धन पूजा महोत्सव में सम्मिलित होंगे। यह आयोजन धार्मिक और सामाजिक दोनों दृष्टि से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह कार्यक्रम गौसंवर्धन और प्राकृतिक संरक्षण के संदेश से जुड़ा हुआ है। मुख्यमंत्री यहां गौशाला का निरीक्षण भी कर सकते हैं और स्थानीय लोगों व संत समाज से संवाद करेंगे। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री इस अवसर पर ग्रामीण विकास और पशुपालन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं भी कर सकते हैं।
इंदौर से भोपाल वापसी
कार्यक्रम समाप्त होने के बाद, मुख्यमंत्री दोपहर 2:00 बजे इंदौर एयरपोर्ट से रवाना होकर स्टेट हेंगर भोपाल लौटेंगे। अल्प विश्राम के पश्चात, वे तुरंत अपने अगले दौरे के लिए रवाना होंगे।
विदिशा जिले के ग्रामीण इलाकों का दौरा
इंदौर से लौटने के बाद मुख्यमंत्री का कार्यक्रम विदिशा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में तय है। दोपहर 2:30 बजे वे भोपाल से ग्राम पथरिया (जिला विदिशा) के लिए प्रस्थान करेंगे। कुछ ही समय बाद, यानी दोपहर 2:50 बजे, वे ग्राम पथरिया से आगे बढ़कर ग्राम बल्ला खड़ी, जिला विदिशा पहुंचेंगे। यहां वे स्थानीय नागरिकों से मुलाकात करेंगे और ग्राम स्तर पर आयोजित जनसम्पर्क एवं विकास कार्यक्रम में सहभागिता करेंगे। यह कार्यक्रम ग्रामीण विकास योजनाओं और स्थानीय समस्याओं के समाधान के लिए आयोजित किया गया है। मुख्यमंत्री के इस दौरे से क्षेत्र के लोगों में उत्साह का माहौल है।
शाम को भोपाल वापसी
दिनभर के दौरे और आयोजनों के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शाम 4:00 बजे भोपाल लौटेंगे। राजधानी वापसी के बाद वे आगामी प्रशासनिक बैठकों और दीपावली के बाद शुरू होने वाले सरकारी कार्यक्रमों की तैयारियों की समीक्षा कर सकते हैं।
जनसम्पर्क और परंपरा दोनों पर जोर
मुख्यमंत्री का यह एकदिवसीय दौरा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह ग्रामीण विकास और जनसंपर्क की दिशा में एक सक्रिय कदम भी है। गोवर्धन पूजा जैसे पारंपरिक पर्व में शामिल होकर डॉ. मोहन यादव ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि परंपरा और प्रगति — दोनों ही मध्यप्रदेश की पहचान हैं।