सांसद VD Sharma को मिली बड़ी जिम्मेदारी, संयुक्त राष्ट्र महासभा में करेंगे भारत का प्रतिनिधित्व

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और खजुराहो लोकसभा क्षेत्र से सांसद विष्णुदत्त शर्मा (VD Sharma) को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक महत्वपूर्ण भूमिका सौंपी गई है। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने उन्हें संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 80वें सत्र में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चयनित किया है।

यह सत्र 27 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2025 तक अमेरिका के न्यूयॉर्क में आयोजित किया जाएगा। इस दौरान शर्मा वैश्विक मंच पर भारत की नीतियों, दृष्टिकोण और प्राथमिकताओं को प्रभावी रूप से प्रस्तुत करेंगे।

भारत के 15 सांसदों के प्रतिनिधिमंडल में शामिल

इस प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम के लिए भारत से चुने गए 15 सांसदों के प्रतिनिधिमंडल में विष्णुदत्त शर्मा भी शामिल हैं। उनका यह दौरा कुल पांच दिनों का होगा। खास बात यह है कि इस दल में मध्य प्रदेश से वे एकमात्र सांसद हैं, जिसे पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय माना जा रहा है। उनके चयन को पार्टी संगठन और प्रदेश दोनों के लिए एक सम्मानजनक उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।

अनुभव और संगठनात्मक क्षमता का मिला सम्मान

वी.डी. शर्मा भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं और अपने संगठनात्मक अनुभव, नेतृत्व क्षमता तथा व्यवहारिक दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा उन्हें इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल करना उनके अनुभव और काबिलियत पर जताए गए भरोसे का प्रतीक है। यह कदम यह भी दर्शाता है कि केंद्र सरकार वैश्विक मंचों पर ऐसे नेताओं को आगे लाना चाहती है, जो भारत की आवाज को मजबूती से उठा सकें।

संयुक्त राष्ट्र महासभा: दुनिया का सबसे बड़ा कूटनीतिक मंच

संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) दुनिया का सबसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मंच है, जहाँ विभिन्न देशों के प्रतिनिधि वैश्विक शांति, विकास, जलवायु परिवर्तन, मानवाधिकार और अंतरराष्ट्रीय नीति जैसे मुद्दों पर चर्चा करते हैं। इस मंच पर भारत की भूमिका हमेशा से सक्रिय रही है। इस बार विष्णुदत्त शर्मा भारत के हितों और दृष्टिकोण को प्रस्तुत करेंगे, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की स्थिति और मजबूत होने की उम्मीद है।

पीएमओ की सीधी देखरेख में हुआ चयन

सूत्रों के अनुसार, इस प्रतिनिधिमंडल के लिए सांसदों का चयन सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय की देखरेख में हुआ। पीएमओ द्वारा चुने गए सांसदों में उन नेताओं को प्राथमिकता दी गई, जिन्होंने संगठनात्मक स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और जिनकी अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर गहरी समझ है। शर्मा का चयन इस भरोसे का प्रमाण है कि वे न केवल प्रदेश, बल्कि पूरे देश की ओर से सशक्त आवाज उठाने में सक्षम हैं।

भारत की वैश्विक भूमिका को मिलेगी नई मजबूती

यह पहला अवसर नहीं है जब भारत ने अपने सांसदों को संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भेजा हो। भारत लगातार ऐसी पहल करता रहा है ताकि वैश्विक नीति-निर्माण में उसकी सक्रिय और निर्णायक भूमिका बनी रहे। विशेषज्ञों का मानना है कि वी.डी. शर्मा का यह दौरा भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंधों को और गहराई देने में सहायक होगा और वैश्विक स्तर पर भारत की सकारात्मक छवि को और मजबूत करेगा।