इंदौर में रविवार की सुबह तेज बारिश के साथ हुई। शनिवार रात से ही रुक-रुककर पानी गिरना शुरू हो गया था, जो सुबह होते-होते तेज बौछारों में बदल गया। शहर के कई इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया है और ठंडी हवाओं के चलते मौसम में ठंडक घुल गई है। लगातार हो रही बारिश से लोगों को एक ओर जहां राहत मिली है, वहीं दूसरे ओर यातायात पर असर पड़ा है।
मौसम विभाग का अलर्ट: अगले तीन दिन और भीगी रह सकती हैं सड़कें
मौसम विभाग ने इंदौर और इसके आसपास के जिलों के लिए चेतावनी जारी की है। अनुमान है कि आने वाले तीन दिनों तक बारिश का दौर थमने वाला नहीं है। विभाग ने बताया कि इस दौरान कई स्थानों पर तेज हवा और गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना भी बनी हुई है। तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी। शनिवार को अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो शुक्रवार की तुलना में 3.3 डिग्री कम था। वहीं, रविवार को पारा और 3 डिग्री नीचे जा सकता है, जिससे ठंड का अहसास और बढ़ेगा।
बारिश से बदला मौसम का मिजाज, हवा में घुली ठंडक
लगातार हो रही बारिश से शहर का मौसम पूरी तरह बदल गया है। दिनभर बादलों की घेराबंदी और बीच-बीच में तेज बौछारें लोगों को छाते और रेनकोट का सहारा लेने पर मजबूर कर रही हैं। सुबह-सुबह की हवा में अब हल्की ठंडक महसूस की जा रही है। शहरवासी मानो एक झटके में गर्मी से निकलकर सीधे सर्दी के आगोश में पहुंच गए हों।
बढ़ रहे हैं मरीज, डॉक्टरों ने दी सावधानी बरतने की सलाह
इधर, मौसम में आए इस बदलाव का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी दिख रहा है। शहर के सरकारी और निजी अस्पतालों में सर्दी-जुकाम, वायरल बुखार, डेंगू और मलेरिया के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वरिष्ठ चिकित्सकों का कहना है कि दिन और रात के तापमान में अंतर बढ़ने से इम्यूनिटी कमजोर हो रही है, जिससे संक्रमण फैल रहा है। डॉक्टरों ने नागरिकों को सलाह दी है कि बारिश में भीगने से बचें, साफ पानी पिएं और आसपास की सफाई बनाए रखें।
क्या करें, क्या न करें — स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय
डॉक्टरों का कहना है कि इस समय मौसम संक्रमण के दौर में है। ऐसे में छोटे बच्चे, बुजुर्ग और जिनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम है, उन्हें विशेष सतर्कता रखनी चाहिए। बाहर का तला-भुना खाना न खाएं, मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी या रिपेलेंट का इस्तेमाल करें और अगर बुखार या बदन दर्द जैसे लक्षण हों तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।