Ujjain News : भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे कृष्णम्माचारी श्रीकांत आज सोमवार को उज्जैन में श्री महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन करने पहुंचे। बाबा महाकाल मंदिर में तड़के होने वाली भस्म आरती में शामिल होकर उन्होंने भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया। भस्म आरती के दौरान कप्तान श्रीकांत ने करीब दो घंटे तक नंदी हॉल में बैठकर आरती का लाभ लिया।
श्रीकांत सुबह चार बजे महाकाल मंदिर पहुंचे। इस दौरान वे पारंपरिक वस्त्र धोती कुर्ते में नजर आए। कप्तान श्रीकांत अपने परिवार के साथ भगवान महाकाल के दर्शन करने आए। आरती के बाद उन्होंने नंदी जी का पूजन किया और भगवान महाकाल की देहरी से ही जल अर्पित कर दर्शन लाभ लिया। उन्होंने करीब दो घंटे तक नंदी हॉल में बैठकर आरती देखी।
गौरतलब है कि भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी कृष्णम्माचारी श्रीकांत अपने दौर में सुनील गावसकर जैसे बेट्समेन के साथ जोड़ी बनाने वाले खिलाड़ रहे है। आपको बता दें कि सन् 1983 विश्वकप के फाइनल में श्रीकांत सबसे ज्यादा रन बनाने बाले बल्लेबाज रहे थे। श्रीकांत की बल्लेबाजी का अंदाज सबसे अलग था। प्रारूप चाहे जो हो श्रीकांत गेंदबाज पर हावी होने में यकीन रखते थे। उनकी खासियत ये है कि वो अपने क्रिकेट करियर के दौरान दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाजी की धज्जियां उड़ा सकते थे।
बिना किसी झिझक के पुल, हुक और ड्राइव कर सकते थे। लेकिन साथ ही कई बार श्रीकांत बहुत आसान सी गेंदबाजी पर आउट हो जाते थे। उनके इसी अंदाज के चलते कभी कप्तान को कभी विपक्षी टीम फिक्रमंद रहती थी।
आपको बता दें कि कृष्णम्माचारी श्रीकांत को सन् 1989 में भारतीय क्रिकेट टीम का कप्तान नियुक्त किया गया था। उन्होंने चार टेस्ट और 13 एक दिवसीय मैचों में टीम की कप्तानी की। उन्होंने तीन क्रिकेट विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया और सन् 1992 के विश्व कप के बाद सन्यास ले लिया। अपने दस साल से ज्यादा के करियर के दौरान उन्होंने 6,000 से ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय रन बनाए।