Cyclone Montha दिखा रहा असर, इन राज्यों में हाई अलर्ट

आंध्र प्रदेश में समुद्री Cyclone Montha ने मंगलवार देर रात तट से टकराते ही तबाही मचानी शुरू कर दी। यह तूफान काकीनाडा और मछलीपट्टनम के बीच समुद्री तट से टकराया है। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले छह घंटों में इसकी गति 17 किमी प्रति घंटे रही और फिलहाल इसका केंद्र मछलीपट्टनम से 20 किमी, काकीनाडा से 110 किमी और विशाखापट्टनम से 220 किमी की दूरी पर स्थित है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगले 3 से 4 घंटे में चक्रवात पूरी तरह तट को पार करेगा।

Cyclone Montha : तेज हवाएं और भारी बारिश की चेतावनी

चक्रवात के कारण तटीय इलाकों में 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। राज्य आपदा प्रबंधन एजेंसी के एमडी प्रखर जैन ने नागरिकों को अपने घरों में सुरक्षित रहने की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने काकीनाडा, यनम, एलुरु, गोदावरी और विशाखापट्टनम जैसे जिलों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना जताई है। कुछ इलाकों में तेज हवाओं के साथ पेड़ उखड़ने और बिजली आपूर्ति बाधित होने की भी आशंका है।

विशाखापट्टनम में लैंडस्लाइड, राहत दल सक्रिय

भारी वर्षा के कारण विशाखापट्टनम के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन (landslide) की घटनाएं सामने आई हैं। राहत और बचाव दल मौके पर पहुंचकर प्रभावित इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं। राज्य प्रशासन ने 3,174 राहत शिविर तैयार किए हैं, जहां जरूरतमंदों को अस्थायी आश्रय और भोजन की व्यवस्था की गई है।

मुख्यमंत्री नायडू सचिवालय से कर रहे स्थिति की निगरानी

मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने हालात की गंभीरता को देखते हुए मंगलवार रात को ही सचिवालय में रुकने का निर्णय लिया। उन्होंने आरटीजीएस कंट्रोल रूम से स्थिति की रियल-टाइम निगरानी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री ने एक टेलीकॉन्फ्रेंस के माध्यम से मंत्रियों, जिला कलेक्टरों और पुलिस अधिकारियों से बात की और उन्हें राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जन-धन की हानि रोकना सर्वोच्च प्राथमिकता है। नायडू ने अधिकारियों को निवारक उपायों, पुनर्वास और नुकसान के आकलन पर विशेष ध्यान देने के आदेश दिए।

3,000 से अधिक गांवों में अलर्ट, रेलवे सेवाएं ठप

चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ के कारण आंध्र प्रदेश के 3,778 गांवों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। सुरक्षा कारणों से साउथ सेंट्रल रेलवे ने विजयवाड़ा डिवीजन की 54 ट्रेनें रद्द कर दी हैं और यात्रियों को SMS अलर्ट भेजे गए हैं। रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को रुकने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है।

सात जिलों में वाहनों की आवाजाही पर रोक

सरकार ने तूफान की तीव्रता को देखते हुए सात जिलों में वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी है। मंगलवार रात 8:30 बजे से बुधवार सुबह 6:00 बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा। प्रतिबंधित जिलों में कृष्णा, एलुरु, ईस्ट गोदावरी, वेस्ट गोदावरी, काकीनाडा, डॉ. बी.आर. अंबेडकर कोनसीमा और अल्लूरी सीताराम राजू (चिंटूर व रामपचोडवरम डिवीजन) शामिल हैं। इस दौरान केवल आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को ही अनुमति दी जाएगी, जबकि बाकी सभी निजी और सार्वजनिक वाहनों पर रोक रहेगी।

हाई अलर्ट पर प्रशासन

राज्य सरकार ने सभी जिलों के प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा है। बिजली, सड़क और स्वास्थ्य विभागों की टीमें 24 घंटे के मोड में काम कर रही हैं ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटा जा सके। राहत सामग्री, नावें, जनरेटर और चिकित्सा दल प्रभावित इलाकों में भेजे जा चुके हैं।