MP टूरिज्म ने होटल निवेशकों को किया प्रेरित, सिंहस्थ को देखते हुए बढ़ेगा पर्यटन विकास

29 अक्टूबर 2025 को इंदौर विकास प्राधिकरण (IDA), उज्जैन विकास प्राधिकरण (UDA) और म.प्र. टूरिज़्म विभाग की ओर से संयुक्त रूप से एक प्री-बिड मीटिंग का आयोजन किया गया। इस बैठक का उद्देश्य था — निवेश हेतु प्रचलित निविदाओं पर चर्चा, निवेशकों के सुझाव प्राप्त करना और भविष्य की संभावनाओं पर विचार करना।

सुपर कॉरिडोर में 11 भूखण्डों पर निवेश की संभावनाएं

इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. परिक्षित झाड़े ने बताया कि सुपर कॉरिडोर क्षेत्र में विभिन्न आकारों के 11 व्यावसायिक भूखण्डों की निविदा वर्तमान में प्रचलन में है। बैठक में इन परियोजनाओं से संबंधित सभी तकनीकी एवं वित्तीय जानकारियाँ साझा की गईं।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा IDA द्वारा कन्वेंशन सेंटर और स्टार्टअप पार्क जैसी आधुनिक परियोजनाओं का निर्माण PPP मोड (Public-Private Partnership) के तहत किया जाएगा। साथ ही, आगामी सिंहस्थ महापर्व 2028 को देखते हुए होटल निर्माण और भूमि विकास के नियमों की भी विस्तार से जानकारी दी गई।

उज्जैन विकास प्राधिकरण ने प्रस्तुत किए निवेश के नए अवसर

UDA के CEO संदीप सोनी ने निवेशकों को बताया कि क्षिप्रा विहार वाणिज्यिक परिसर में करीब 10 लाख वर्गफुट क्षेत्र में होटल, मॉल और व्यावसायिक प्रोजेक्ट्स के लिए भूमि उपलब्ध है।

उन्होंने कहा कि क्षिप्रा विहार के 14 वाणिज्यिक भूखण्ड, त्रिवेणी विहार के 3 भूखण्ड, और गुलमोहर योजना के 5 वाणिज्यिक-सह-आवासीय भूखण्डों के लिए निविदाएँ प्रचलन में हैं। सभी भूखण्डों की लोकेशन, सुविधाएं और निर्माण अनुमतियों की जानकारी निवेशकों को दी गई।

पर्यटन विभाग ने बताई प्रोत्साहन नीति की विशेषताएं

म.प्र. पर्यटन विभाग के प्रतिनिधि राजेश गुप्ता ने राज्य सरकार की टूरिज़्म प्रमोशन पॉलिसी के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि होटल, रिसॉर्ट और अन्य टूरिज़्म प्रोजेक्ट्स में निवेश करने वालों को नीति के तहत टैक्स रियायतें और अन्य प्रोत्साहन दिए जाएंगे। सिंहस्थ पर्व के अवसर पर उज्जैन और आसपास के क्षेत्रों में पर्यटन सुविधाओं के विस्तार पर भी जोर दिया गया।

गुजरात और अन्य राज्यों के निवेशकों ने लिया हिस्सा

प्री-बिड मीटिंग में कई प्रमुख निवेशक और व्यवसायिक समूहों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिनमें एस.व्हाय. ब्रह्मभट्ट, एन.आर.के. ग्रुप, एस.एस. इन्फिनिटी, बी.सी.एम. ग्रुप, वॉव होटल ग्रुप और 21-सी मॉल ग्रुप शामिल थे। इन निवेशकों ने अपनी शंकाएं और सुझाव रखे, जिनका अधिकारियों द्वारा संतोषजनक समाधान किया गया।

निवेश को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

यह बैठक प्रदेश में होटल, रियल एस्टेट और व्यवसायिक इंफ्रास्ट्रक्चर में निजी निवेश को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है। अधिकारीगणों ने विश्वास जताया कि इन निविदाओं के माध्यम से न केवल पर्यटन को गति मिलेगी, बल्कि इंदौर और उज्जैन क्षेत्र में रोज़गार और विकास के नए अवसर भी सृजित होंगे।