महापौर हुए सख्त, एमपीआरडीसी अधिकारियों दिखाई लापरवाही फिर लगाई फटकार

इंदौर नगर निगम के महापौर जिस सख्ती को अपना रहे है। उसी तर्ज पर यदि निगम  के हर जिम्मेदार अधिकारी सजग हो जाए तो शायद शहर को विकसित बनने के साथ ही सुंदर- स्वच्छ बनाना अधिक आसान हो जाएगा। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने एक बार फिर सख्ती दिखाते हुए कहा है कि ‘जनता के काम में लापरवाही बर्दाश्त नहीं करूंगा
MPRDC के अधिकारियों को लगाई फटकार
मुसाखेड़ी क्षेत्र के निरीक्षण के दौरान महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने एमपीआरडीसी (MPRDC) के अधिकारियों पर तीखी नाराज़गी व्यक्त की और उन्हें कड़े शब्दों में फटकार लगाई। महापौर ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “जनता के लिए हम सभी को काम करना है। आप लोग जिम्मेदारी से काम नहीं करेंगे तो सरकार की छवि खराब होती है और जनप्रतिनिधियों को जनता के सामने जवाब देना पड़ता है।’’

असहनीय है ढिलाई
निरीक्षण के दौरान महापौर ने अधिकारियों से कहा कि जब जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचते हैं तभी काम की बात शुरू होती है, वरना आम जनता परेशान रहती है। उन्होंने अधिकारियों को साफ निर्देश दिये कि जनता से जुड़े कार्यों में किसी भी तरह की ढिलाई अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मुख्य सचिव तक पहुंचेगी शिकायतें
महापौर ने बताया कि शहर में जहां-जहां ब्रिज और सड़क निर्माण चल रहे हैं चाहे वह PWD, MPRDC या मेट्रो का कार्य हो  उन स्थानों की सर्विस रोड निर्माण के दौरान हुई अनदेखी से नागरिकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस विषय पर उन्होंने पहले भी सदन में अपना खेद व्यक्त किया था और समय पर न होने वाले कार्यों पर उन्होंने मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखकर हस्तक्षेप कराने का अनुरोध भी किया था,

दर्जनों अधिकारी मैदान में उतरे
पुष्यमित्र भार्गव के निर्देश पर आज एमपीआरडीसी के दर्जनों अधिकारी निरीक्षण के लिए निकले और उन्होंने मूसाखेड़ी, आईटी पार्क के आसपास, सत्यसाइन कम तथा देवास नाके के आसपास के ब्रिज साइटों का दौरा किया। निरीक्षण के बाद अधिकारियों ने महापौर को सात दिन का विस्तृत प्लान सौंपा और आश्वासन दिया कि सर्विस रोड पूरी तरह से दुरुस्त कर दिए जाएंगे।

सरकार की छबि गिराती अधिकारियों की लापरवाही
महापौर ने कहा, “जनता को परेशान नहीं होने देंगे आपकी गलतियों से नगर निगम, जनप्रतिनिधियों और सरकार की छवि प्रभावित होती है। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि अगर निर्धारित समय में कार्य नहीं सम्पन्न हुए तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि वे सात-आठ दिन के भीतर कार्य पूरा कर देंगे,महापौर ने स्पष्ट कर दिया कि यदि वे वादा पूरा नहीं करते हैं तो कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे। महापौर पुष्यमित्र भार्गव का रुख स्पष्ट है सार्वजनिक सुविधाओं में थोड़ी भी लापरवाही की जगह नहीं है और जनता की सुविधा प्राथमिकता होगी।