फॉरेंसिक रिपोर्ट में कांग्रेस नेता प्रवेश अग्रवाल की मौत का बड़ा खुलासा, दीये से लगी थी भीषण आग

Indore News : कांग्रेस नेता और सौम्या व्हीकल्स के मालिक प्रवेश अग्रवाल की मौत उनके पेंटहाउस में लगी आग से हुई थी, जिसकी असली वजह अब सामने आ गई है।

फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि आग किसी शॉर्ट सर्किट या ज्वलनशील पदार्थ से नहीं, बल्कि पूजन कक्ष में जल रहे दीपक से लगी थी। रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया कि यह एक हादसा था, इसमें किसी तरह की साजिश या तकनीकी खराबी की संभावना नहीं है।

23 अक्टूबर की सुबह करीब साढ़े पांच बजे शहर में उस समय हड़कंप मच गया था, जब प्रवेश अग्रवाल के विजय नगर स्थित पेंटहाउस से अचानक आग की लपटें उठने लगीं। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक प्रवेश अग्रवाल आग और धुएं की चपेट में आ चुके थे। उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर पत्नी श्वेता और छोटी बेटी मनाया को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था। बड़ी बेटी सौम्या गंभीर रूप से झुलस गई थी, हालांकि अब वह पूरी तरह स्वस्थ है।

घटना के बाद एफएसएल की टीम ने मौके से सैंपल एकत्रित कर जांच की थी। रिपोर्ट में पाया गया कि आग के दौरान किसी भी तरह का पेट्रोल, डीजल या केरोसिन जैसे ज्वलनशील रसायन का प्रयोग नहीं हुआ। दीवारों, फर्नीचर और फर्श से लिए गए नमूनों में किसी रासायनिक तत्व के निशान नहीं मिले।

एफएसएल एक्सपर्ट ने आशंका जताई है कि पूजन कक्ष से आग फैलनी शुरू हुई, जहां दीपक जल रहा था। उसी दीपक से निकली चिंगारी ने धीरे-धीरे पूरे पेंटहाउस को अपनी चपेट में ले लिया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब आग लगी तब प्रवेश अग्रवाल ने पहले पत्नी और छोटी बेटी को बाहर निकाला। इसके बाद वह बड़ी बेटी को बचाने के लिए अंदर गए और उसी दौरान धुएं में फंसकर बेहोश हो गए। गार्ड और उनके सहयोगियों ने उन्हें बाहर निकालकर सीपीआर देने की कोशिश की, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

एफएसएल रिपोर्ट के आने के बाद पुलिस ने भी पुष्टि की है कि यह पूरी तरह से एक दुर्घटना थी। किसी विस्फोट, शॉर्ट सर्किट या आपराधिक गतिविधि का कोई सबूत नहीं मिला। रिपोर्ट ने इस दुखद हादसे की सच्चाई को स्पष्ट कर दिया है, जिसने शहर को गहरे शोक में डाल दिया था।