बादलों के बीच अब चढ़ेगा शहनाइयों का सुर, देव प्रबोधिनी एकादशी से शुरू होगा शादी सीजन, 400 करोड़ का कारोबार होने की उम्मीद

प्रदेश में मौसम भले ही अब भी बदला हुआ हो, आसमान में बादल छाए हों, लेकिन अब खुशियों का मौसम लौटने वाला है। शनिवार से देव प्रबोधिनी एकादशी के साथ ही शादी-विवाह का सीजन आधिकारिक तौर पर शुरू हो जाएगा। लंबे इंतजार के बाद फिर से शहर गलियों में बैंड-बाजे की धुन और बारात की रौनक देखने को मिलेगी। नवंबर और दिसंबर में भले ही सिर्फ 11 शुभ मुहूर्त हों, लेकिन इन दिनों में भोपाल और आसपास के इलाकों में करीब 5 हजार शादियाँ होने का अनुमान है। व्यापार जगत को उम्मीद है कि इस सीजन में 400 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार होगा।

सोने-चांदी के दामों में गिरावट से बढ़ी ज्वेलरी की मांग

सीए नवनीत गर्ग के अनुसार, इस बार दीपावली के बाद से सोना और चांदी के भाव में उल्लेखनीय गिरावट आई है। इसका सीधा असर ज्वेलरी मार्केट पर दिख रहा है। लोग अब पहले की तुलना में ज्यादा वजन वाले आभूषण खरीदने की योजना बना रहे हैं। दुकानों में बुकिंग बढ़ गई है, और कई सर्राफा व्यापारी तो दिसंबर तक की डिलीवरी के ऑर्डर ले चुके हैं। भोपाल सराफा महासंघ के प्रवक्ता नवनीत अग्रवाल का कहना है कि कम कैरेट वाले गहनों की मांग बढ़ी है क्योंकि ग्राहक बजट में रहते हुए डिजाइन और वजन दोनों में वैरायटी तलाश रहे हैं। यह शादी सीजन ज्वेलरी मार्केट के लिए बेहद लाभदायक साबित हो सकता है।

शादी सीजन में 400 करोड़ से अधिक का व्यापार, हर क्षेत्र में रौनक

इस बार का विवाह मौसम आर्थिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण साबित होगा। विभिन्न क्षेत्रों में अनुमानित कारोबार कुछ इस प्रकार रहेगा:
• ऑटोमोबाइल सेक्टर: 100 करोड़ रुपये तक की बिक्री की उम्मीद, खासकर कार और टू-व्हीलर की।
• इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर: टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, और अन्य घरेलू उपकरणों में लगभग 80 करोड़ का कारोबार।
• बर्तन बाजार: 30 करोड़ रुपये का लेन-देन, क्योंकि हर शादी में नए बर्तनों की खरीद अनिवार्य होती है।
• टेंट और केटरिंग व्यवसाय: 40 करोड़ रुपये से अधिक की बुकिंग।
• फर्नीचर और सजावट सामग्री: करीब 35 करोड़ का कारोबार।
• कपड़ा बाजार: साड़ी, सूटिंग-शर्टिंग, और रेडीमेड वस्त्रों में 20 करोड़ से अधिक का लेन-देन।
• डेयरी और मिठाई उद्योग: 10 करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री का अनुमान।
• किराना और पूजन सामग्री बाजार: संयुक्त रूप से 70 करोड़ रुपये का कारोबार होने की संभावना।

छोटे से छोटे व्यवसायी से लेकर बड़े व्यापारी तक, हर किसी की दुकान पर इस सीजन में ग्राहकों की भीड़ देखने को मिलेगी।

रेडीमेड कपड़ों और स्टिचिंग की बढ़ी मांग

विवाह सीजन में कपड़ा बाजार की चमक अलग ही होती है। इस बार रेडीमेड परिधानों की मांग में 20% से अधिक वृद्धि दर्ज की जा रही है। साड़ियों और सूट की खरीदारी के साथ ही लोग अब ट्रेंडी डिजाइनर कपड़ों की ओर भी आकर्षित हो रहे हैं। टेलरिंग दुकानों में भी इन दिनों स्टिचिंग ऑर्डर्स की भरमार है — दूल्हा-दुल्हन के कपड़े, परिवार और रिश्तेदारों के सूट, ब्लाउज, लेहंगा और शेरवानी की सिलाई का काम जोरों पर है।

एक लाख लोगों को मिलेगा रोजगार – टेंट, लाइट और डेकोरेशन सेक्टर में बूम

भोपाल टेंट लाइट केटर्स एसोसिएशन के महासचिव योगेश श्रीवास्तव बताते हैं कि इस शादी सीजन में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।
घोड़े वाले, बैंड-बाजा पार्टी, फोटोग्राफर, स्टेज डेकोरेटर, फ्लावर आर्टिस्ट, मेकअप आर्टिस्ट और केटरिंग स्टाफ जैसे क्षेत्र में काम करने वाले लोगों की मांग कई गुना बढ़ गई है। शादियों की बुकिंग के साथ ही आयोजन स्थलों, गार्डन, और वेडिंग लॉन्स की बुकिंग भी पहले से ही लगभग फुल हो चुकी है।

बादलों के बीच छाएगी खुशियों की धूप

पिछले कुछ दिनों से मौसम में ठंडक और बादल छाए रहने से माहौल थोड़ा सुस्त था, लेकिन अब वातावरण में फिर से रौनक और उत्साह का संचार होने वाला है। जैसे-जैसे देव प्रबोधिनी एकादशी नजदीक आई है, बाजारों में चहल-पहल बढ़ गई है ज्वेलरी की दुकानों पर चमक, कपड़ों की दुकानों में भीड़, और मिठाई बाजार में गूंजती हंसी, सब मिलकर संकेत दे रहे हैं कि अब शहर तैयार है “शहनाइयों के मौसम” के स्वागत के लिए।