ओबीसी आरक्षण से लेकर राज्य की आर्थिक स्थिति तक जीतू पटवारी का बीजेपी सरकार पर बड़ा हमला, कहा- प्रदेश को कर दिया खोखला

मध्यप्रदेश में ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने का मुद्दा एक बार फिर से राजनीतिक बहस के केंद्र में आ गया है। इस बार कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने बीजेपी सरकार को इस मामले पर घेरते हुए तीखे आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की सरकार ने ओबीसी समाज को उनका हक देने की बजाय, आरक्षण रोकने के लिए वकीलों पर करोड़ों रुपये खर्च किए। उन्होंने इसे न्याय और सामाजिक समानता के खिलाफ कदम बताया।

“बीजेपी ने ओबीसी का हक छीना, वकीलों पर उड़ा दिए 100 करोड़”

जीतू पटवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि ओबीसी आरक्षण पिछले छह सालों से जानबूझकर रोका गया है। उन्होंने कहा, राज्य सरकार ने ओबीसी को 27% आरक्षण देने के बजाय, इसे रोकने के लिए 100 करोड़ रुपये वकीलों पर खर्च कर दिए और लगातार तारीखें बढ़ाती रही। यह न्याय में देरी नहीं, न्याय से इनकार है।” कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार सिर्फ भाषणों में सामाजिक न्याय की बात करती है, लेकिन हकीकत में वह ओबीसी, दलित और आदिवासी वर्गों के अधिकारों को कुचल रही है।

पचमढ़ी शिविर से कांग्रेस को नई दिशा

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने पचमढ़ी में शुरू हो रहे प्रशिक्षण शिविर को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि यह शिविर पार्टी के लिए “महामंथन” की तरह है, जहां से संगठन को नई ऊर्जा और दिशा मिलेगी। नव नियुक्त जिलाध्यक्षों को पार्टी की विचारधारा, सिद्धांतों और संगठनात्मक ढांचे पर गहराई से प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह सिर्फ मीटिंग नहीं, बल्कि कांग्रेस के पुनर्निर्माण का अभियान है। उन्होंने कहा कि पचमढ़ी का यह प्रशिक्षण, संगठन सृजन अभियान को नई मजबूती देगा और पार्टी को जमीनी स्तर पर और अधिक सशक्त बनाएगा।

शराब नीति पर सरकार को घेरा – ‘युवाओं को बर्बाद कर रही बीजेपी’

राज्य की शराब नीति पर चिंता जताते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि बीजेपी सरकार ने शराब से 17 हजार करोड़ रुपये का राजस्व लक्ष्य तय किया है, जो युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। सरकार शराब की कमाई से प्रदेश चला रही है, जबकि उसी शराब से हमारी युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है। कांग्रेस इस नशे के जाल से युवाओं को बचाने के लिए संकल्पबद्ध है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आने पर शराब और नशे की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने के लिए सख्त नीति लाएगी।

राज्य की आर्थिक स्थिति पर हमला – “एमपी 5 लाख करोड़ के कर्ज में डूबा”

जीतू पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव भले ही मध्यप्रदेश के लिए “25 साल का विजन प्लान” बना रहे हों, लेकिन प्रदेश पहले से ही 5 लाख करोड़ रुपये के कर्ज में डूब चुका है कानून-व्यवस्था शून्य है, भ्रष्टाचार अपने चरम पर है, और सरकार हर मोर्चे पर असफल हो चुकी है। यह सरकार विकास नहीं, विनाश का प्रतीक बन गई है।” उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के कई जनप्रतिनिधि जनता के साथ अभद्र व्यवहार कर रहे हैं। सतना में बीजेपी सांसद गणेश सिंह ने आम जनता को थप्पड़ मारा यही है बीजेपी की असली संस्कृति,” पटवारी ने कहा।

‘50% कमीशन की सरकार’ – कर्मचारियों और किसानों की अनदेखी

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि प्रदेश की बीजेपी सरकार “50% कमीशन पर चलने वाली सरकार” बन गई है। उन्होंने कहा कि किसानों को समय पर भुगतान नहीं मिल रहा, सरकारी विभागों में कर्मचारियों को महीनों से वेतन नहीं दिया जा रहा, और दूसरी ओर मुख्यमंत्री 200 करोड़ रुपये के हवाई जहाज खरीदने में व्यस्त हैं। जब प्रदेश के कर्मचारी परेशान हैं, तब सरकार अपने शौक पूरे कर रही है। रोजाना 25 लाख रुपये सिर्फ उस जहाज की देखभाल में खर्च किए जा रहे हैं, जिसमें जनता का कोई फायदा नहीं।”

“अंबेडकर के विचारों को खत्म करने की साजिश”

जीतू पटवारी ने एक और बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी से जुड़े कुछ लोग डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों को समाप्त करने की साजिश कर रहे हैं। हाईकोर्ट में बाबा साहब की प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव सरकार ने रोका। संविधान के निर्माता के योगदान को मिटाने की कोशिश हो रही है। यह सिर्फ अंबेडकर जी का नहीं, बल्कि लोकतंत्र का अपमान है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस दलित, पिछड़े और आदिवासी समाज की आवाज़ है और वह हर हाल में उनके अधिकारों की रक्षा करेगी।

कांग्रेस की नई रणनीति – जनहित के मुद्दों पर आक्रामक रुख

प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में जीतू पटवारी ने कहा कि कांग्रेस आने वाले समय में ओबीसी आरक्षण, बेरोजगारी, किसानों और नशे की समस्या जैसे जनहित के मुद्दों पर और अधिक आक्रामक रुख अपनाएगी। उन्होंने कहा, बीजेपी ने प्रदेश को खोखला कर दिया है। अब जनता जाग चुकी है। आने वाले समय में जनता ही जवाब देगी कि उन्हें झूठ के वादे चाहिए या सच्चे विकास की राह।”