इंदौर में ब्रेन डेड के बाद एडवोकेट अभिजीता का अंगदान किया । परिवार के द्वारा अंगदान करने का फैसला लिया गया। जिसके बाद राज्य शासन के नियमानुसार अंगदानी को गार्ड ऑफ ऑनर के बाद अंतिम विदाई दी गई। यहीं पति ने अभिजीता के अंगदान से पहले उसको मंगलसूत्र पहना कर अपने प्रेम का अंतिम समय भी इजहार किया । बहुत ही भावुक कर देने वाली परिस्थितियों के बाद अभिजीता का अंगदान कराएं गए। परिजनों के फैसले से अभिजीता तीन लोगों को नवजीवन दे गई। एडवोकेट अभिजीता को अंतिम विदाई देने के लिए भारी संख्या में समाजजन शामिल हुए।इसके बाद उन्हें अंतिम विदाई दी गई।

तीन लोगों को मिली जिंदगी
इंदौर में हाईकोर्ट की एडवोकेट अभिजीता राठौर (38) के ब्रेन डेड होने के बाद रविवार को उनका अंगदान किया गया। इसके लिए शहर में 65वां ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। इस दौरान उनका लिवर और दोनों किडनियां इंदौर के तीन अस्पतालों में ट्रांसप्लांट के लिए पहुंचाई गईं।

अंगदान के प्रति जागरूकता बढ़ेगी
अभिजीता राठौर के परिवार इस नेक कार्य से समाज में अंगदान के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। उनके परिवार के इस निर्णय की सराहना पूरे शहर में की जा रही है। जुपिटर विशेष हॉस्पिटल प्रबंधन ने राठौर परिवार को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके इस कदम से कई जिंदगियां फिर मुस्कुरा सकेंगी। अंगदान के इस मानवीय कार्य ने एक बार फिर इंदौर को “दानवीर शहर” की उपाधि को सार्थक किया है।