इंदौर के माहेश्वरी कॉलेज में ट्रस्ट और स्टाफ के बीच बड़ा विवाद, छात्रों ने किया थाने का घेराव

Indore News : आरपीएल माहेश्वरी कॉलेज में प्रबंधन और कॉलेज स्टाफ के बीच चल रहा विवाद अब खुलकर सामने आ गया है। सोमवार को यह विवाद उस समय तूल पकड़ गया, जब कॉलेज के स्टाफ और विद्यार्थियों ने छत्रीपुरा थाने का घेराव कर दिया। सूत्रो के अनुसार बताया जा रहा है कि ट्रस्ट और कॉलेज प्राचार्य के बीच लंबे समय से मतभेद चल रहे थे, जो अब बड़े विवाद में बदल गया हैं।

चार घंटे तक बंधक बनाकर रखने का आरोप

ट्रस्ट अध्यक्ष पुरुषोत्तम पसारी और कॉलेज शिक्षण समिति के अध्यक्ष रामअवतार जाजू ने कॉलेज प्राचार्य प्रो. राजीव झालानी और स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि 11 अक्टूबर को ट्रस्ट की बैठक के दौरान स्टाफ ने मीटिंग में घुसकर नारेबाजी की और ट्रस्ट सदस्यों के साथ अशोभनीय व्यवहार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि चार घंटे तक उन्हें मीटिंग रूम में बंधक बनाकर रखा गया और पुलिस को बुलाने के बाद ही वे सुरक्षित बाहर निकल सके।

प्राचार्य को तीन दिन में जवाब देने का नोटिस

ट्रस्ट की ओर से प्राचार्य और संबंधित स्टाफ को नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है कि ऐसी स्थिति क्यों उत्पन्न हुई और अनुशासन बनाए रखने में विफलता क्यों रही। पसारी और जाजू दोनों ने अपने नोटिस में लिखा है कि कॉलेज को निजी संपत्ति की तरह संचालित नहीं किया जा सकता, यह समाज की प्रतिष्ठित संस्था है और अनुशासनहीनता किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं होगी।

प्राचार्य का पक्ष – वेतन भुगतान को लेकर हुआ था विवाद

वहीं प्राचार्य राजीव झालानी ने ट्रस्ट के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उनका कहना है कि सितंबर माह का वेतन नहीं दिया गया था, इसलिए स्टाफ ने ट्रस्ट की बैठक के दौरान वेतन जारी करने की मांग रखी थी। किसी प्रकार का गलत व्यवहार या बंधक बनाने की घटना नहीं हुई। उन्होंने कहा कि नोटिस अभी तक उन्हें प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन यह स्पष्ट है कि विवाद वेतन को लेकर था, न कि अनुशासनहीनता को लेकर।

थाने में बढ़ी भीड़, तनाव का माहौल

विवाद बढ़ने के बाद बड़ी संख्या में कॉलेज का स्टाफ और विद्यार्थी छत्रीपुरा थाने पहुंच गए। छात्रों का कहना है कि वे अपने शिक्षकों के साथ हैं और प्रबंधन द्वारा उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को शांत कराया और दोनों पक्षों से बातचीत की।

माहेश्वरी समाज द्वारा संचालित यह कॉलेज शहर की प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थाओं में गिना जाता है, लेकिन ट्रस्ट और स्टाफ के बीच चल रहा यह टकराव अब कॉलेज की छवि पर भी सवाल खड़े कर रहा है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोनों पक्षों से दस्तावेज मांगे गए हैं।