Bhopal News : विश्व चैंपियन क्रिकेटर क्रांति सिंह गौड़ का भोपाल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सम्मान किया। सीएम हाउस में आयोजित समारोह में सीएम ने क्रांति को मोमेंटो और शॉल भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान खेल मंत्री विश्वास सारंग भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि क्रांति के पिता मुन्ना सिंह, जो वर्तमान में सस्पेंड हैं, उनकी जल्द ही पुलिस विभाग में बहाली की जाएगी। साथ ही, छतरपुर में खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए एक विश्वस्तरीय स्टेडियम बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर जबलपुर में कप विजेता क्रांति के सम्मान में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस दौरान खेल मंत्री ने क्रांति की मां नीलम सिंह, पिता मुन्ना सिंह और कोच राजीव बिल्थरे को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम में उपस्थित खिलाड़ियों ने क्रांति से वर्ल्ड कप टूर्नामेंट की तैयारियों और उनके अनुभवों को लेकर बातचीत की।
विश्व कप विजेता क्रांति गौड़ का संघर्ष भरा सफर प्रेरणादायक रहा है। छतरपुर जिले के घुवारा गांव की रहने वाली क्रांति ने कक्षा 8वीं तक पढ़ाई की है। बचपन से ही क्रिकेट में रुचि रखने वाली क्रांति गांव के लड़कों के साथ क्रिकेट खेला करती थीं। बाद में उन्होंने मकरोनिया में रहकर सागर की क्रिकेट एकेडमी से प्रशिक्षण लिया।
आर्थिक तंगी के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। उनके बड़े भाई मयंक ने दिल्ली में कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करके परिवार की मदद की और मां नीलम ने अपनी गहने बेचकर बेटी के क्रिकेट करियर को आगे बढ़ाया।
क्रांति सिंह गौड़ आज पूरे देश की बेटियों के लिए मिसाल बन गई हैं। विश्व कप विजेता बनने के बाद अब वे भोपाल से अपने गृह जिले छतरपुर के लिए रवाना होंगी। वहां पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। वे गुलगंज में चौपरिया सरकार मंदिर में दर्शन करेंगी और शाम करीब साढ़े चार बजे अपने गांव घुवारा पहुंचेंगी। जहां तुलादान और स्वागत जुलूस के साथ उनका अभिनंदन किया जाएगा।