भोपाल की मॉडल खुशबू अहिरवार उर्फ खुशी वर्मा की संदिग्ध मौत ने पूरे मध्य प्रदेश को झकझोर दिया है। इस मामले ने एक बार फिर उस कड़वे सवाल को जिंदा कर दिया है क्या हमारी बेटियां अब भी सुरक्षित हैं? इसी बीच वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने प्रशासन पर तीखा हमला बोलते हुए सरकार को साफ चेतावनी दी है कि अगर इस केस की जांच सीबीआई से नहीं कराई गई, तो संगठन भोपाल से लेकर दिल्ली तक सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगा।
अग्रवाल ने कहा कि यह सिर्फ एक लड़की की मौत नहीं है, यह समाज की संवेदनाओं की हत्या है। खुशबू को बहकाकर, पहचान छुपाकर और धर्मांतरण के जाल में फंसाकर उसकी जिंदगी छीन ली गई और अब सत्ता मौन है। अगर यही मौन न्याय का चेहरा है, तो हमें यह अन्याय मंजूर नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस शुरुआत से ही मामले को संदेहास्पद कहकर कमजोर करने की कोशिश कर रही है। एक मां अपनी बेटी के शरीर पर चोट के निशान देख रही है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट गर्भ की पुष्टि कर रही है और पुलिस अब भी बयान दर्ज करने में जुटी है — आखिर किसका इंतजार है? क्या न्याय की रफ्तार अब राजनीतिक सुविधा पर चलेगी?
संजय अग्रवाल ने कहा कि फेडरेशन इस घटना को केवल हत्या नहीं, बल्कि लव जिहाद के संगठित नेटवर्क का हिस्सा मानता है, जो भोपाल, इंदौर और उज्जैन जैसे शहरों में सक्रिय हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इस पर सख्त कानून लागू नहीं किया, तो संगठन राज्यपाल, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक दस्तक देगा और धरना-प्रदर्शन, मशाल रैली और सत्याग्रह की श्रृंखला शुरू की जाएगी।
उन्होंने कहा कि हम इस बार कैंडल नहीं, मशाल लेकर निकलेंगे। खुशबू जैसी बेटियों की चुप्पी अब चीख बनेगी। हर थाने, हर सड़क पर हमारी आवाज गूंजेगी — जब तक हत्यारों को फांसी नहीं होती, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे। संजय अग्रवाल ने प्रशासन से पूछा — कासिम अहमद जैसे अपराधी कब तक भोली लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करते रहेंगे? कितनी खुशबूओं को कुचलने के बाद सरकार जागेगी?
वर्ष 2021 से 24 तक 283 मामले लव जिहाद के दर्ज हुए हैं, जबकि हकीकत में मामले इससे कई गुना ज्यादा हैं। वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन ने इस मामले में प्रदेशव्यापी आंदोलन की घोषणा करते हुए साफ कहा है कि अब न्याय सिर्फ अदालतों से नहीं, सड़कों से भी मांगा जाएगा। संजय अग्रवाल ने कहा कि यह अब एक लड़की की नहीं, पूरे हिंदू समाज की लड़ाई है।