दिल्ली में हुए विस्फोट की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को मंत्रालय स्थित सिचुएशन रूम से राज्य के सभी जिला कलेक्टरों के साथ वर्चुअल बैठक की। उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था और सुरक्षा की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि राज्यभर में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाए तथा किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जाए।
संवेदनशील इलाकों में बढ़ेगी पुलिस की सतर्कता
डॉ. यादव ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी सार्वजनिक स्थलों, भीड़भाड़ वाले इलाकों, धार्मिक स्थलों और संवेदनशील स्थानों पर निगरानी बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ यह भी सुनिश्चित किया जाए कि आम नागरिकों के सामान्य जीवन में कोई बाधा न आए। मुख्यमंत्री ने सभी जिलों में चौकसी बढ़ाने और खुफिया तंत्र को सक्रिय रखने पर विशेष जोर दिया।
उच्च अधिकारियों ने दी सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी
बैठक के दौरान पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने दिल्ली विस्फोट के बाद प्रदेश में अपनाए गए सतर्कता उपायों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सभी जिलों में पुलिस बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है और संवेदनशील स्थानों की नियमित निगरानी की जा रही है।
वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में हुई उच्चस्तरीय बैठक
सिचुएशन रूम में मुख्य सचिव अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव गृह शिव शेखर शुक्ला सहित वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। इंदौर से संभागायुक्त डॉ. सुदाम खाड़े, आईजी अनुराग और डीआईजी मनोज कुमार सिंह भी बैठक में शामिल हुए। इसी प्रकार, कलेक्टर शिवम वर्मा ने कलेक्टर कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में भाग लिया।
प्रदेश में सतर्कता की नई पहल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्पष्ट कहा कि जनता की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया कि किसी भी स्थिति में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सुरक्षा से जुड़ी प्रत्येक जानकारी पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इस समीक्षा बैठक के साथ ही प्रदेश में सुरक्षा और सतर्कता को लेकर नई सख्ती देखने को मिली है।