New Delhi : दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास 10 नवंबर को हुए कार धमाके का एक नया CCTV फुटेज सामने आया है। इस फुटेज में धमाके का खौफनाक मंजर कैद हो गया है।
उधर, जांच एजेंसियों ने इस मामले में एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है, जिसके तार जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े हैं। इस सिलसिले में अब तक चार डॉक्टरों समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
आतंकी एंगल सामने आने के बाद गृह मंत्रालय ने मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी है। NIA ने जांच के लिए SP रैंक के अधिकारियों के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया है।
CCTV फुटेज में दिखा धमाके का मंजर
सामने आया वीडियो 10 नवंबर की शाम 6:51 बजे का है। इसमें दिखता है कि लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास ट्रैफिक सिग्नल पर गाड़ियां रुकी हुई हैं। तभी एक सफेद i20 कार में जोरदार धमाका होता है और वह आग के गोले में तब्दील हो जाती है। इस धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई थी। सूत्रों के मुताबिक, कार में उसी विस्फोटक का इस्तेमाल हुआ था, जिसे धमाके से पहले फरीदाबाद से जब्त किया गया था।
फरीदाबाद से ऑपरेट हो रहा था आतंकी मॉड्यूल
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह धमाका फरीदाबाद से ऑपरेट हो रहे एक ‘व्हाइट कॉलर’ टेरर मॉड्यूल की साजिश का हिस्सा था। यह मॉड्यूल फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से चलाया जा रहा था। गिरफ्तार की गई डॉ. शाहीन शाहिद ने पूछताछ में कबूल किया है कि वह अपने साथी आतंकी डॉक्टरों के साथ मिलकर देश भर में हमलों की योजना बना रही थी। उसने बताया कि वह पिछले दो साल से विस्फोटक जमा कर रही थी।
डॉक्टरों और मौलवी समेत 12 गिरफ्तार
इस मामले में अब तक 12 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को हरियाणा के मेवात से इश्तियाक नाम के एक मौलवी को गिरफ्तार किया। वह अल फलाह यूनिवर्सिटी कैंपस में किराए पर रहता था और उसके घर से 2,500 किलो से ज्यादा अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम क्लोरेट और सल्फर बरामद हुआ है।
इसके अलावा, कश्मीर से चार डॉक्टरों को गिरफ्तार किया गया है। मंगलवार रात श्रीनगर के SMHS अस्पताल में काम करने वाले डॉ. तजामुल को पकड़ा गया। इससे पहले डॉ. शाहीन शाहिद और डॉ. मुजम्मिल को भी गिरफ्तार किया गया था।
26 जनवरी पर भी थी हमले की साजिश
जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि इस मॉड्यूल ने इसी साल 26 जनवरी को भी लाल किले पर हमले की साजिश रची थी। आरोपी डॉक्टर मुजम्मिल के मोबाइल डेटा से पता चला है कि उसने जनवरी में लाल किला इलाके की रेकी की थी।
हालांकि, उस समय सुरक्षा व्यवस्था कड़ी होने के कारण उनकी योजना विफल हो गई थी। पुलिस के मुताबिक, कार ने किसी टारगेट को टक्कर नहीं मारी, जिससे यह पता चलता है कि यह सुसाइड बॉम्बिंग का प्रयास नहीं था। धमाके में मारे गए उमर की पहचान के लिए उसकी मां का DNA सैंपल लिया गया है।