News Delhi/Indore : दिल्ली में हुए एक धमाके की जांच में सुरक्षा एजेंसियों को एक अहम सुराग हाथ लगा है, जिसके तार सीधे मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के महू से जुड़ रहे हैं। मामले का मुख्य आरोपी डॉ. उमर नबी फरीदाबाद की जिस अल-फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था, उसके चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी का मूल निवास महू में होने की बात सामने आई है। इस जानकारी के बाद जांच का दायरा बढ़ गया है और एजेंसियां अब इस नए कनेक्शन की गहन पड़ताल में जुट गई हैं।
यह खुलासा तब हुआ जब जांच एजेंसियां ब्लास्ट के आरोपी डॉ. उमर नबी के संपर्कों और उसकी पृष्ठभूमि की जांच कर रही थीं। उमर नबी अल-फलाह यूनिवर्सिटी में बतौर प्रोफेसर कार्यरत था। उसकी गिरफ्तारी के बाद से ही यह संस्थान जांच के दायरे में था, लेकिन अब इसके शीर्ष पदाधिकारी का एमपी कनेक्शन सामने आने से मामला और भी संवेदनशील हो गया है।
कौन है चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी?
सूत्रो के अनुसार, अल-फलाह यूनिवर्सिटी का चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी मूल रूप से महू का रहने वाला है। उसका परिवार काफी समय तक महू में रहा। बताया जा रहा है कि कई साल पहले जवाद अपने परिवार के साथ महू छोड़कर दिल्ली में बस गया था। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में उसने अपनी शैक्षणिक संस्थाओं का विस्तार किया, जिसमें फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी भी शामिल है।
एजेंसियां अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि जवाद सिद्दीकी का महू से अब क्या और कितना संपर्क है। क्या वह हाल के वर्षों में महू आया था? उसके परिवार के कौन-कौन से सदस्य या रिश्तेदार अभी भी महू या आसपास के इलाकों में रहते हैं? इन सभी सवालों के जवाब तलाशे जा रहे हैं।
जांच के केंद्र में यूनिवर्सिटी
मुख्य आरोपी उमर नबी के अल-फलाह यूनिवर्सिटी में कार्यरत होने की वजह से यह संस्थान पहले से ही शक के दायरे में था। अब चेयरमैन का सीधा कनेक्शन सामने आने के बाद जांच इस दिशा में भी तेज हो गई है कि क्या यूनिवर्सिटी में किसी तरह की संदिग्ध गतिविधियां चल रही थीं। एजेंसियों को संदेह है कि क्या आरोपी ने संस्थान के नेटवर्क का इस्तेमाल किसी गलत मकसद के लिए किया।
इस मामले में यूनिवर्सिटी के अन्य पदाधिकारियों और स्टाफ से भी पूछताछ की जा सकती है। यह भी जांचा जा रहा है कि उमर नबी की नियुक्ति कैसे हुई और चेयरमैन जवाद सिद्दीकी के साथ उसके कैसे संबंध थे।
महू में बढ़ी खुफिया सक्रियता
दिल्ली ब्लास्ट के तार महू से जुड़ने की खबर फैलते ही स्थानीय स्तर पर भी खुफिया एजेंसियां और पुलिस सक्रिय हो गई है। जवाद सिद्दीकी के पुराने पते, उसके पारिवारिक रिकॉर्ड और स्थानीय संपर्कों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इस हाई-प्रोफाइल मामले में महू का नाम आने से यहां हड़कंप की स्थिति है। फिलहाल, सुरक्षा एजेंसियां इस पूरे कनेक्शन पर चुप्पी साधे हुए हैं और जांच को गोपनीय तरीके से आगे बढ़ा रही हैं।