बिहार चुनाव नतीजे 2025: रुझानों में NDA को 203 सीटों पर प्रचंड बहुमत, JDU सबसे बड़ी पार्टी, महागठबंधन 33 पर सिमटा

Bihar Election Result : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए वोटों की गिनती जारी है और शुरुआती रुझानों ने राज्य की राजनीतिक तस्वीर लगभग साफ कर दी है। अब तक आए 243 सीटों के रुझानों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) 203 सीटों पर विशाल बढ़त बनाए हुए है, जो बहुमत के 122 सीटों के आंकड़े से कहीं ज्यादा है। इस एकतरफा मुकाबले में तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाला महागठबंधन महज 33 सीटों पर सिमटता नजर आ रहा है।

इन नतीजों की सबसे खास बात यह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) एनडीए के भीतर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। यह रुझान बिहार में एक बार फिर एनडीए की मजबूत सरकार बनने का स्पष्ट संकेत दे रहे हैं।

मतगणना राज्य के 46 केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच हो रही है, जहां पहले पोस्टल बैलेट और फिर EVM के वोटों की गिनती की जा रही है। यानी बिहार विधानसभा में एनडीए की प्रचंड जीत से ये साबित हो रहा है कि इस बार10 वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही रहेंगे।

रुझानों में एनडीए को एकतरफा बढ़त

सुबह से ही एनडीए ने जो बढ़त बनाई, वह लगातार बढ़ती गई। ताजा आंकड़ों के अनुसार, 243 सीटों में से एनडीए 203 सीटों पर, महागठबंधन 33 सीटों पर और अन्य दल 7 सीटों पर आगे चल रहे हैं। यह परिणाम एग्जिट पोल के उन अनुमानों के अनुरूप हैं, जिनमें एनडीए को महिलाओं, ओबीसी और ईबीसी मतदाताओं के मजबूत समर्थन से बड़ी जीत की भविष्यवाणी की गई थी।

नीतीश की वापसी, तेजस्वी के दावे हुए हवा

चुनाव प्रचार के दौरान दोनों गठबंधनों के नेताओं ने अपनी-अपनी जीत के बड़े दावे किए थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मतगणना से पहले ही अपनी जीत का भरोसा जताया था, जो अब सच साबित होता दिख रहा है। वहीं, दूसरी ओर तेजस्वी यादव ने 18 नवंबर को शपथ ग्रहण करने का दावा किया था, लेकिन रुझानों ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। महागठबंधन का प्रदर्शन उम्मीद से काफी कमजोर रहा है।

“हम शुरू से कह रहे थे कि बिहार की जनता विकास और सुशासन के साथ है। यह उसी का नतीजा है।” — एनडीए के एक वरिष्ठ नेता

एग्जिट पोल के अनुमान सही साबित हुए

कई एग्जिट पोल्स ने पहले ही यह अनुमान लगाया था कि एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिल सकता है। पोल्स के मुताबिक, महिलाओं और अति पिछड़ा वर्ग (OBC) का एक बड़ा हिस्सा एनडीए के पक्ष में मतदान करता दिखा। मौजूदा रुझान इन चुनावी विश्लेषणों पर मुहर लगा रहे हैं, जिससे यह साफ है कि जातीय समीकरण और विकास के मुद्दे पर मतदाताओं ने एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व पर भरोसा जताया है। फिलहाल, अंतिम नतीजों का इंतजार है, लेकिन रुझानों ने बिहार के ‘सियासी किले’ पर एनडीए के कब्जे को लगभग तय कर दिया है।