MP Weather: मध्य प्रदेश में ठंड से जल्द मिलेगी राहत, पश्चिमी विक्षोभ से 2-3 डिग्री बढ़ेगा रात का पारा, कई शहरों में शीतलहर जारी

मध्य प्रदेश में पिछले कई दिनों से जारी कड़ाके की ठंड और शीतलहर से जल्द ही कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से हवाओं का रुख बदलेगा, जिससे रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि, प्रदेश के कुछ हिस्सों में अभी भी शीतलहर का प्रकोप जारी रहेगा।

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, ईरान की ओर से एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत की तरफ बढ़ रहा है। इसके प्रभाव से मंगलवार रात से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। इस सिस्टम के कारण राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवातीय परिसंचरण बनेगा, जिससे हवाओं का रुख बदलकर दक्षिण-पूर्वी हो जाएगा। इन हवाओं के साथ नमी आने से प्रदेश में बादल छा सकते हैं, जिससे न्यूनतम तापमान में वृद्धि होगी।

इन इलाकों में शीतलहर और कोहरे का अलर्ट

भले ही रात की ठंड से राहत मिलने के आसार हैं, लेकिन प्रदेश के कई जिले अभी भी शीतलहर की चपेट में रहेंगे। मौसम विभाग ने रीवा, छतरपुर, ग्वालियर और दतिया जिलों में शीतलहर जारी रहने की संभावना जताई है। इसके अलावा, चंबल संभाग के साथ-साथ रीवा, सागर, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है।

दतिया रहा सबसे ठंडा, प्रमुख शहरों का तापमान

सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात दतिया 2.0 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ प्रदेश का सबसे ठंडा शहर दर्ज किया गया। ग्वालियर में भी पारा 2.8 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया, जिससे यहां তীব্র ठंड का अहसास हुआ।

अन्य प्रमुख शहरों का न्यूनतम तापमान:

  • खजुराहो: 3.6 डिग्री सेल्सियस
  • रीवा: 4.6 डिग्री सेल्सियस
  • टीकमगढ़: 4.8 डिग्री सेल्सियस
  • नौगांव: 5.0 डिग्री सेल्सियस
  • सागर: 6.6 डिग्री सेल्सियस
  • रायसेन: 7.0 डिग्री सेल्सियस
  • गुना: 7.4 डिग्री सेल्सियस
  • सतना: 7.5 डिग्री सेल्सियस
  • भोपाल: 8.4 डिग्री सेल्सियस

आगे कैसा रहेगा मौसम?

मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण बादल छाने से दिन के तापमान में मामूली गिरावट आ सकती है। यानी रातें तो कुछ गर्म होंगी, लेकिन दिन में ठंडक बनी रह सकती है। इसके बाद 28 जनवरी के आसपास एक और पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। यदि यह सिस्टम मजबूत रहा तो इसके असर से प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बारिश भी हो सकती है, जिससे मौसम में एक बार फिर बदलाव देखने को मिलेगा।