बिना लाइसेंस चल रहा था गोदाम, जिला प्रशासन ने मारा छापा

इंदौर के सियागंज इलाके में जिला प्रशासन ने गुरुवार को एक बड़े स्तर पर कार्रवाई करते हुए मिलावटखोरों पर शिकंजा कस दिया। कलेक्टर शिवम वर्मा के निर्देश पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने जवाहर मार्ग, वेयरहाउस रोड स्थित जयश्री मर्चेंट के गोदाम पर औचक छापा मारा। जांच के दौरान वहां भारी मात्रा में सौंफ और खसखस का भंडारण पाया गया। प्रारंभिक परीक्षण में सौंफ पर कृत्रिम रंग की मिलावट होने की आशंका जताई गई, जबकि खसखस भी मानक स्तर से कम गुणवत्ता वाला प्रतीत हुआ। इसी आधार पर टीम ने लगभग 900 किलोग्राम सौंफ और 400 किलोग्राम खसखस जब्त कर लिया।

गोदाम संचालक अमित गोगिया की फर्म के पास खाद्य लाइसेंस या पंजीयन नहीं पाया गया, जिसके चलते प्रशासन ने पूरे गोदाम को अगले आदेश तक सील करने का निर्देश दिया। कलेक्टर वर्मा ने स्पष्ट किया कि शहरवासियों को शुद्ध व सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जब्त किए गए सभी नमूने विस्तृत जांच हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजे जा रहे हैं, जिनकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

वहीं उपभोक्ताओं को मिलावट की पहचान करने के सरल तरीके भी बताए गए। सौंफ को हाथ में रगड़ने पर अगर गहरा हरा रंग छोड़ता है तो उसमें रंग की मिलावट हो सकती है, जबकि हल्का रंग प्राकृतिक माना जाता है। खसखस की जांच के लिए उसे पारदर्शी पानी भरे गिलास में डालें—शुद्ध खसखस नीचे बैठ जाएगी, जबकि मिलावटयुक्त खसखस पानी को दूधिया बनाते हुए अशुद्धियों को ऊपर तैरता दिखाएगी।