इंदौर: शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर, मध्य प्रदेश के इंदौर के पास एक ऐसी जगह है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता से लोगों को मंत्रमुग्ध कर रही है। यह है ‘गुलावट लोटस वैली’, जो इन दिनों ‘मालवा का कश्मीर’ के नाम से मशहूर हो रही है। सर्दियों की शुरुआत के साथ ही यहां पर्यटकों की भीड़ उमड़ने लगी है, जो 300 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैले कमल के फूलों के अद्भुत नज़ारे को देखने आते हैं।
कहां है यह खूबसूरत घाटी?
गुलावत लोटस वैली इंदौर शहर के केंद्र से लगभग 22 किलोमीटर की दूरी पर गुलावट गांव में स्थित है। यह यशवंत सागर बांध के बैकवाटर से बनी एक विशाल झील है, जिसकी सतह कमल के अनगिनत फूलों से ढकी रहती है। शहर से निकटता और आसान पहुंच के कारण यह जगह वीकेंड पर घूमने और परिवार के साथ समय बिताने के लिए एक बेहतरीन विकल्प बन गई है।
प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफर्स का स्वर्ग
यह घाटी विशेष रूप से प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। सुबह के समय जब कमल के फूल पूरी तरह से खिले होते हैं, तो यहां का दृश्य देखने लायक होता है। पर्यटक नाव की सवारी करते हुए इन फूलों के बीच से गुजर सकते हैं और इस अनोखे अनुभव को अपने कैमरों में कैद कर सकते हैं। अपनी इसी खासियत के चलते यह जगह प्री-वेडिंग फोटोशूट के लिए भी एक लोकप्रिय स्पॉट बन गई है।
कमल के साथ बांस के जंगल का आकर्षण
इस घाटी में सिर्फ कमल के फूल ही नहीं, बल्कि इसके किनारे मौजूद बांस के घने जंगल (बैंबू फॉरेस्ट) भी इसकी सुंदरता में चार चांद लगाते हैं। यहां का शांत और मनोरम वातावरण लोगों को शहर के शोर-शराबे से दूर एक सुकून भरा अनुभव प्रदान करता है। पर्यटक यहां घंटों बैठकर प्रकृति की खूबसूरती का आनंद लेते हैं।
कैसे बढ़ी लोकप्रियता और घूमने का सही समय
कुछ साल पहले तक यह एक गुमनाम जगह थी, लेकिन सोशल मीडिया और लोगों के माध्यम से इसकी खूबसूरती की चर्चा दूर-दूर तक फैल गई। अब इसे मध्य प्रदेश के एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। अक्टूबर से फरवरी तक का समय यहां घूमने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है, क्योंकि इस दौरान मौसम सुहावना होता है और कमल के फूल भी बहुतायत में खिले होते हैं। पर्यटन बढ़ने से स्थानीय ग्रामीणों को भी रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। वे पर्यटकों को नाव की सवारी कराते हैं और खाने-पीने के स्टॉल भी लगाते हैं, जिससे उनकी आजीविका में मदद मिल रही है।