वृंदावन में कथा के बाद बागेश्वर धाम लौटे धीरेंद्र शास्त्री, पैदल यात्रा कर पूरा किया अपना संकल्प

छतरपुर: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री वृंदावन में अपनी श्रीमद्भागवत कथा संपन्न करने के बाद मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित अपने धाम लौट आए हैं। उनके आगमन की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से दी गई, जिसके बाद उनके अनुयायियों में उत्साह का माहौल है।

जानकारी के अनुसार, धीरेंद्र शास्त्री ने एक संकल्प के तहत यह यात्रा पूरी की। इस यात्रा का एक हिस्सा उन्होंने पैदल चलकर तय किया। धाम पहुंचने पर उनकी जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें वे काफी थके हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने माथे पर तिलक, सिर पर गमछा बांधा हुआ था और हाथ में एक लाठी पकड़ी हुई थी।

सोशल मीडिया पर दी जानकारी

पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक पोस्ट के जरिए धाम वापसी की सूचना दी। उन्होंने अपनी कुछ तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि वे पदयात्रा का संकल्प पूरा कर बागेश्वर धाम पहुंच गए हैं।

“वृंदावन में श्रीमद्भागवत कथा के सफल आयोजन के बाद पदयात्रा का संकल्प पूरा कर बागेश्वर धाम सरकार धाम पधार चुके हैं। जय सीताराम।”

इस पोस्ट के बाद उनके अनुयायियों ने कमेंट्स कर अपनी खुशी जाहिर की और उनके स्वास्थ्य की कामना की।

दिल्ली से वृंदावन तक पदयात्रा

सूत्रों के मुताबिक, धीरेंद्र शास्त्री दिल्ली से वृंदावन तक की दूरी पैदल तय की थी। यह उनकी निजी संकल्प यात्रा का हिस्सा था। वृंदावन में कथा का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद वे सड़क मार्ग से बागेश्वर धाम पहुंचे। धाम पहुंचकर उन्होंने सबसे पहले बालाजी महाराज के दर्शन किए और पूजा-अर्चना की।

उल्लेखनीय है कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री अक्सर अपने बयानों और कथाओं को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। देश-विदेश में उनके लाखों अनुयायी हैं, जो उनके धाम वापसी की खबर से प्रसन्न हैं।