इंदौर में पार्श्वनाथ प्रतिष्ठा महोत्सव, एक दिन में 35,000 लोगों के भोजन का वर्ल्ड रिकॉर्ड, राज्यपाल थावरचंद गहलोत हुए शामिल

इंदौर। शहर में श्वेतांबर जैन समाज के ऐतिहासिक ‘भगवान मनमोहन पार्श्वनाथ प्रतिष्ठा महोत्सव’ के पांचवें दिन धार्मिक अनुष्ठानों और एक विश्व कीर्तिमान का संगम देखने को मिला। नवनिर्मित जिनालय में मंत्रोच्चार के बीच प्रतिमाओं को वेदी पर विराजित किया गया, वहीं एसजीएसआईटीएस कॉलेज परिसर में 35,000 से अधिक लोगों ने एक साथ सोने-चांदी की परत वाली थालियों में भोजन कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।

प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के अध्यक्ष जय सिंह जैन और सचिव शैलेश अम्बोर ने बताया कि रविवार को सुबह से ही धार्मिक कार्यक्रमों का सिलसिला शुरू हो गया था। आचार्य विजय जयानंद सुरीश्वर जी और आचार्य विजय दिव्यानंद सुरीश्वर जी महाराज के सानिध्य में भगवान मनमोहन पार्श्वनाथ, भगवान आदेश्वर और अन्य प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा के लिए अनुष्ठान हुए। इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

वेदी पर विराजे भगवान, गूंजे जयकारे

सुबह मंगल गान के साथ अनुष्ठानों का शुभारंभ हुआ। आनंदीलाल सागरमल अंबोर परिवार के दामाद त्रिशी दिशान अंबोर ने हाथी (गज) पर सवार होकर तोरण लगाया। इसके बाद मानक खम्ब पूजन जय सिंह टीना जैन ने किया। आचार्यों ने मंत्रोच्चार के साथ भगवान की प्रतिमाओं को वेदी पर विराजित किया। इससे पहले जल, चंदन और केसर से अभिषेक किया गया। इस अवसर पर अक्षत की बौछार के साथ दिनभर बधावे गाए गए। शाम को मंदिर परिसर को 5,000 दीपों से रोशन किया गया।

एक दिन, 35000 थालियां और वर्ल्ड रिकॉर्ड

इस महोत्सव का एक और बड़ा आकर्षण एसजीएसआईटीएस कॉलेज में आयोजित विशाल भोज था। यहां लगभग 80,000 वर्ग फीट में बने चार भव्य पंडालों में हजारों लोगों के भोजन की व्यवस्था की गई थी। मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र समेत देशभर से आए 35,000 से ज्यादा लोगों ने सोने और चांदी की परत चढ़ी थालियों में भोजन किया। एक ही दिन में एक स्थान पर किसी ट्रस्ट द्वारा आयोजित यह सबसे बड़ा भोजन आयोजन था, जिसे ‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ में दर्ज किया गया। इसका प्रमाण पत्र भी आयोजकों को सौंपा गया।

राज्यपाल गहलोत समेत कई हस्तियां बनीं साक्षी

इस भव्य आयोजन के साक्षी बनने के लिए कई गणमान्य हस्तियां इंदौर पहुंचीं। कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत मुख्य रूप से उपस्थित रहे। उनके अलावा मध्य प्रदेश सरकार के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, जैन समाज के राष्ट्रीय संगठन ‘जीतो’ के अध्यक्ष पृथ्वीराज कोठारी, भाजपा प्रदेश महामंत्री गौरव रणदिवे और कई अन्य प्रमुख लोग शामिल हुए।

“धर्म लाभ और सेवा में जैन समाज का योगदान अग्रणी रहा है। मैं वर्षों से जैन समाज से आत्मभाव से जुड़ा रहा हूं। यह दिव्य आयोजन मुझे इंदौर की धरा पर ले आया। आयोजकों का सेवा भाव प्रशंसनीय है।” — थावरचंद गहलोत, राज्यपाल, कर्नाटक

सोमवार को महोत्सव का समापन होगा, जिसमें सुबह द्वारोद्घाटन, सत्तर भेदी पूजन और महा आरती जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।