इंदौर संभाग में पशुपालन और मछली पालन के क्षेत्र को विकसित करने के लिए बनेगी दूरगामी योजना

इंदौर संभाग में पशुपालन और मछली पालन के क्षेत्र को विकसित करने के लिए दूरगामी योजना बनाई जायेगी। यह योजना जिलेवार तैयार होगी। संभाग में मत्स्य उत्पादन के साथ ही दुग्ध उत्पादन को भी बढ़ाया जायेगा। यह जानकारी आज यहां कृषि उत्पादन आयुक्त एस.एन. मिश्रा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक में दी गई।

बैठक में प्रमुख सचिव पशुपालन/डेयरी श्री गुलशन बामरा, इंदौर संभागायुक्त दीपक सिंह, सचिव मछली पालन नवनीत मोहन कोठारी, इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह सहित संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों सहित संभाग के जिलों में पदस्थ पशुपालन/पशु चिकित्सा, मछली पालन, दुग्ध संघ आदि विभागों के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त एस.एन. मिश्रा ने संभाग के जिलों में चल रही पशुपालन और मछली पालन संबंधी गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि संभाग में पशुधन के रख-रखाव पर विशेष ध्यान दिया जाये।

गौ शालाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किये जाये। इस दिशा में जिलेवार कार्य योजना तैयार की जाये। उन्होंने कहा कि इंदौर संभाग दुग्ध और मछली उत्पादन के क्षेत्र में प्रदेश में अव्वल है। इन क्षेत्रों को और अधिक विकसित करने के लिए दूरगामी योजनाएं बनाई जाये। बैठक में निर्देश दिये गये कि मत्स्य सहकारी संस्थाओं के चुनाव निर्धारित समय पर कराये जाये। नये लोगों को मत्स्य उत्पादन से जोड़ा जाये। नये चिन्हित कर बड़े जलाशयों/बैकवाटर क्षेत्र में भी मछली पालन शुरू किया जाये। बैठक में श्री मिश्रा ने पशु चिकित्सा विभाग, इंदौर सहकारी दुग्ध संघ आदि विभागों की गतिविधियों की भी समीक्षा की। सभी कलेक्टर्स ने अपने-अपने जिले में किये जा रहें कार्यों की जानकारी दी। अंत में संभागायुक्त दीपक सिंह ने आभार व्यक्त किया।