जबलपुर में कल होगा भव्य जनजातीय समारोह, मुख्यमंत्री लॉन्च करेंगे नई परियोजनाएँ

जबलपुर में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस का राज्य स्तरीय आयोजन इस बार बेहद भव्य रूप में मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस विशाल समारोह का शुभारंभ करेंगे, जहां प्रदेशभर से निकली जनजातीय गौरव रथ यात्राएँ एक स्थान पर एकत्रित होंगी। पारंपरिक पोशाकों में बड़ी संख्या में जनजातीय समुदाय के लोग अपने लोकवाद्य यंत्रों के साथ मौजूद रहेंगे।

कार्यक्रम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी जुड़ेंगे और गुजरात के नर्मदा जिले से वीडियो संदेश के माध्यम से विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। इस आयोजन में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह और लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह सहित जनप्रतिनिधियों की विशेष उपस्थिति रहेगी।

सम्मान समारोह: जनजातीय धर्मगुरुओं और प्रतिभाओं को मिलेगा विशेष आदर

मुख्यमंत्री इस अवसर पर जनजातीय धर्मगुरुओं का सम्मान करेंगे। साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियाँ हासिल करने वाले जनजातीय समुदाय के सदस्यों को भी सम्मानित किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी क्रांति गौड़, लंदन में अध्ययन कर रहे आसाराम पलवी और रवि मेडा, तथा लिसेस्टर विश्वविद्यालय के छात्र को राज्य स्तर पर सम्मान दिया जाएगा।

योजनाओं की प्रदर्शनी: जनजातीय विकास की झलक एक ही मंच पर

कार्यक्रम परिसर में केंद्र और राज्य सरकार की जनजाति कल्याण योजनाओं की विस्तृत प्रदर्शनी लगाई जाएगी। जनजातीय नायकों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और ऐतिहासिक व्यक्तित्वों से जुड़ी डिजिटल सामग्री और पोस्टर भी प्रदर्शित होंगे। जनजातीय व्यंजनों के विशेष स्टॉल, ‘एक जिला-एक उत्पाद’ से संबंधित कृषि, उद्यानिकी और जीविका मिशन के स्टॉल, जनजातीय युवा उद्यमियों के स्टार्टअप, स्वास्थ्य परीक्षण शिविर, प्राकृतिक खेती, श्रीअन्न, मत्स्य पालन, पशुपालन और वनोपज के प्रदर्शन भी शामिल होंगे। बैगा, कोल, गोंड भारिया और सहरिया जनजातियों के पारंपरिक उत्पादों के स्टॉल कार्यक्रम को और भी समृद्ध बनाएंगे।

जनजातीय प्रतिभाओं को मिलेगा राज्य सम्मान

इस आयोजन में मुख्यमंत्री विभिन्न क्षेत्रों में विशेष योगदान देने वाले जनजातीय कलाकारों और व्यक्तित्वों का सम्मान करेंगे। पद्मश्री अर्जुन सिंह धुर्वे, जो जनजातीय लोकगीत और नृत्य को लोकप्रिय बनाने के लिए जाने जाते हैं, तथा पद्मश्री भज्जू सिंह श्याम, जिन्होंने गोंडी चित्रकला को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई, विशेष रूप से सम्मानित होंगे।

फुलझरिया बाई को देशी अनाज के संरक्षण और उत्पादन बढ़ाने के कार्य के लिए सम्मान मिलेगा, जबकि उजियारो बाई को जल संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य के लिए सराहना मिलेगी। रागिनी मार्को को आर्चरी में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियों के लिए विक्रम अवार्ड प्राप्त हुआ है, और सृष्टि सिंह को अंतरराष्ट्रीय आर्चरी प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया जाएगा। कक्षा 10वीं और 12वीं के मेधावी जनजाति छात्रों को शंकर शाह और रानी दुर्गावती मेधावी पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।

विकास कार्यों की सौगात: कई निर्माण परियोजनाओं का शुभारंभ

मुख्यमंत्री डॉ. यादव कार्यक्रम में अनेक विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और भूमि पूजन भी करेंगे। इसमें छिंदवाड़ा जिले के हर्रई, खमारपानी और दमुआ में सांदीपनि विद्यालयों का उद्घाटन शामिल है। जबलपुर के कुंइम तहसील में नए संयुक्त तहसील और अनुभागीय अधिकारी कार्यालय का लोकार्पण किया जाएगा।
इसके अलावा छिंदवाड़ा जिले के विभिन्न विकासखंडों में 100 और 50 सीटर छात्रावास भवनों के निर्माण का भी भूमि पूजन होगा। परसवाड़ा और मलाजखंड में छात्रावास भवनों के निर्माण के साथ-साथ संभागीय कार्यालय भवन की नींव भी रखी जाएगी।

संस्कृति, विकास और सम्मान का संगम

कुल मिलाकर यह कार्यक्रम जनजातीय परंपरा, सांस्कृतिक धरोहर, विकास योजनाओं और जनजातीय प्रतिभाओं के सम्मान का संगम बनने जा रहा है। जनजातीय गौरव दिवस न केवल परंपराओं को पुनर्जीवित करेगा, बल्कि आधुनिक विकास योजनाओं के माध्यम से जनजातीय समुदाय को आगे बढ़ाने का संकल्प भी दोहराएगा।