इंदौर: इंदौर विकास योजना-2041 को बेहतर, जनसुविधाओं से युक्त और जनोपयोगी बनाने के बारे में आज यहाँ कलेक्टर श्री आशीष सिंह की पहल पर शहर के विकास से जुड़े संघटनों, संस्थाओं, स्टेक होल्डर्स आदि की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में इंदौर विकास योजना के बारे में विस्तृत विचार विमर्श कर सुझाव लिये गये।
बैठक में संयुक्त संचालक नगर एवं ग्राम निवेश श्री शुभाशीष बेनर्जी सहित शहर विकास से जुड़े संगठन इंदौर उत्थान अभियान समिति, अभ्यास मण्डल, इंदौर अभिभाषक संघ, सेवा सुरभी, विश्व संवाद केन्द्र, लघु उद्योग भारती सहित अन्य संस्था एवं संगठन के प्रतिनिधि मौजूद थे। इसी तरह कृषि उपज व्यापारी संघ लौहा मण्डी ट्रांसपोर्ट एवं व्यापारी संगठन, दाल मिल एसोसिएशन, अनाज मण्डी व्यापारी संगठन, बस एसोसिएशन, इंदौर ट्रक एसोसिएशन, अनाज, दलहन, तिलहन व्यापारी महासंघ आदि के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने कहा कि इंदौर विकास योजना को व्यापक विचार विमर्श के पश्चात अंतिम रूप दिया जायेगा। इससे जुड़े संगठन और संस्थाओं, जनप्रतिनिधयों तथा विशेषज्ञों से सुझाव लिये जा रहे है।
देश के प्रख्यात टाउन प्लानर से भी सुझाव लिये जा रहे है। उन्होंने कहा कि इंदौर का मास्टर प्लान बेहतर, जनसुविधाओं से युक्त और जनउपयोगी हो, यह हमारा प्रयास है। उन्होंने कहा कि इंदौर तेजी से बढ़ता हुआ शहर है, इंदौर के आसपास के शहरों में भी तेजी से विकास हो रहा है। इंदौर की विकास योजना इंदौर को महानगर के रूप में विकसित करने के दृष्टिकोण से तैयार होगी। इंदौर बेहतर शहर बने, यह हमारा प्रयास है। विकास योजना को तैयार करने में सभी के सुझाव लिये जा रहे है। बैठक में उपस्थितजनों से अपने-अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिये।
बैठक में बताया गया कि इंदौर विकास योजना-2041 महानगरीय परिप्रेक्ष्य के साथ शहरी नियोजन और विकास को दृष्टिगत रखते हुए तैयार की जा रही है। इसमें स्वच्छ, हरित और स्वस्थ शहर की नींव पर रहने योग्य सूचकांक को बढ़ाना महत्वपूर्ण उद्देश्य है। विकास योजना से रोज़गार के अवसरों में वृद्धि के साथ समग्र आर्थिक विकास सुनिश्चित करने के लिए शहर को विश्व स्तरीय कार्यस्थल और व्यापार केंद्र के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी।
शहर के विभिन्न क्षेत्रों को एक कुशल शहरी परिवहन प्रणाली से जोड़ना भी प्रस्तावित है। पर्यावरण उन्नयन एवं प्राकृतिक संसाधन, पर्यावरण सुधार एवं जैव विविधता पर भी विकास योजना में ध्यान दिया जा रहा है। ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण एवं संवर्धन की ओर भी मास्टर प्लान में विशेष ध्यान है। बैठक में मुख्य रूप से मण्डियों, ट्रांसपोर्ट नगर, बस स्टेंड, आईएसबीटी, दाल मिल आदि को भी नई जगह विकसित करने के संबंध में चर्चा की गई।