40 साल बाद भारत-सऊदी रिश्तों में नया अध्याय शुरू!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ऐतिहासिक मिशन पर हैं—40 साल में पहली बार कोई भारतीय प्रधानमंत्री जेद्दा की धरती पर कदम रखने जा रहा है। दो दिवसीय इस अहम दौरे में भारत और सऊदी अरब के रिश्तों को एक नई ऊंचाई मिलने की उम्मीद है।

पीएम मोदी हुए रवाना
पीएम मोदी ने आज सऊदी अरब की यात्रा पर रवाना होने से पहले एक खास संदेश में कहा कि “भारत सऊदी अरब को क्षेत्र में सकारात्मकता और स्थिरता की शक्ति मानता है। ” यह सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि दो ताकतवर देशों की साझा भविष्य की दिशा तय करने वाला पड़ाव है।

6 अहम समझौते होंगे साइन
माना जा रहा है कि भारत और सऊदी अरब कम से कम छह बड़े समझौतों पर दस्तखत करेंगे। ये समझौते ऊर्जा, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य, विज्ञान, संस्कृति और उन्नत तकनीक जैसे क्षेत्रों में होंगे यानि हर उस जगह जहां भविष्य की संभावनाएं आकार लेती हैं।

हज कोटा है भावनाओं से जुड़ा मुद्दा
भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए हज कोटे में इज़ाफे पर भी अहम चर्चा होगी। 2025 के लिए भारत का कोटा 1.75 लाख से ऊपर पहुँच चुका है, लेकिन अनुबंधों में देरी के कारण लगभग 42 हजार भारतीय हज यात्रा से वंचित हो सकते हैं। मोदी और क्राउन प्रिंस के बीच ये एक संवेदनशील मुद्दा होगा।

रणनीतिक रिश्ते और साइबर सुरक्षा में नई सोच
रक्षा और सुरक्षा साझेदारी की बात हो या साइबर सुरक्षा में संभावनाओं की तलाश—भारत और सऊदी अरब अब सिर्फ कारोबारी दोस्त नहीं, रणनीतिक साझेदार बनते जा रहे हैं। पिछले साल दोनों देशों की सेनाओं ने पहला संयुक्त सैन्य अभ्यास किया, और अब साइबर सुरक्षा में भी हाथ मिलाने की तैयारी है।

बहुत मायने रखेगा यह रिश्ता
“हम समुद्री पड़ोसी हैं, और शांति व स्थिरता के लिए मिलकर काम करना हमारी साझा ज़िम्मेदारी है,” मोदी ने यह बात बेहद साफ शब्दों में कही। एक ऐसे समय में जब क्षेत्र कई चुनौतियों से गुजर रहा है, भारत और सऊदी अरब का यह साथ बहुत मायने रखता है।

दोस्ती की नई दिशी होगी तय
क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के आमंत्रण पर पीएम मोदी जब जेद्दा में कदम रखेंगे, तो वह सिर्फ एक औपचारिक मुलाकात नहीं होगी—वह होगा दो भरोसेमंद दोस्तों का मिलन, जो साथ मिलकर इतिहास रचने जा रहे हैं।