भारत के महाराट्र में एक ऐसी जगह है जो अपने समृद्ध इतिहास के लिए जाना जाता है ,ये एक तीर्थ स्थल भी है । यह जगह अपने मंदिरो के लिए प्रसिद्ध है। यहां का इतिहास लगभग 12 सदी पुराना है। ये केवल मंदिरो के लिए ही नहीं है बल्कि यह प्राक स्थलो के लिए भी प्रशिद्ध है। ये पहाड़ी समुद्र से लगभग 1372 की ऊंचाई पर स्थित है। अब तक तो आप समझ ही गए होगे ,हम बात कर रहे है महाराट्र के महाबलेश्वर के बारे में।
अगर आप भी शहरों की भीड़भाड़ से दूर किसी शांत स्थल की तलाश कर रहे है। तो ये आपके लिए सबसे बेस्ट ऑप्शन है। यहा के प्राचीन मंदिर आपको सुकून का एहसास कराएंगे। यहां आप प्राकृतिक नजरो का तो आनंद लगे ही साथ साथ आप यहां के लोकप्रिय व्यंजन चिक्की और स्वादिष्ट झरबेरियों का भी लुफ्त उठा सकते है। महाबलेश्वर पुणे से लगभग 120 किमी की दुरी पर स्थित है।
महाबलेश्वर का समृद्ध इतिहास :
इतिहासकारों के अनुसार महाबलेश्वर मंदिर को 12 वीं के आस पास बनाया गया था। जब देवगिरी के राजा सिंघण ने प्राचीन महाबलेश्वर के दर्शन किये थे। तब उन्होंने कृष्णा नदी के उद्गम स्थल पर ये मंदिर बनवाया था। इस नगर का नाम भगवान शिव के दूसरे नाम महाबलेश्वर पर रखा गया है।
महाबलेश्वर केवल एक धार्मिक स्थल ही नहीं बल्कि यहा कई प्राकृतिक स्थल भी है, आइए आपको महाबलेश्वर के नजरो की एक झलक दिखाते है।
एलीफैंट हेड पॉइंट :
एलीफैंट हेड पॉइंट, ये महाबलेश्वर का सबसे प्रशिद्ध पर्यटक स्थल है। यहां एक चट्टान है जिसका आकर हाथी के शीष एवं उसके सूंड जैसा बना हुआ है। यह की हरीभरी घाटिया और ऊंचे ऊंचे पहाड़ ऐसे प्रतीत होते है जैसे आप सपनो के शहर में आ गए हो।
चाइनामैन फॉल :
चाइनामैन फॉल महाराष्ट्र के सबसे ज्यादा लोकप्रिय झरनो में एक है। ऐसा कहा जाता है की यहां दो नदियों एक होकर एक जलप्रपात का निर्माण करती है। अगर आप भी महाबलेश्वर जाने का मन बना रहे है तो चाइनामैन फॉल को अपनी लिस्ट में जरूर ऐड करले। माॅनसुन मे इस जगह की सुंदरता और भी बढ़ जाती है।
वेन्ना सरोवर :
वेन्ना सरोवर में आप प्राकृतिक सुंदरता का आनंद तो लगे ही, साथ ही आप यहां कई फन एक्टीविज भी एक्स्प्लोर कर सकते है, जैसे – बोटिंग , हॉर्स राइडिंग और झूले। ऐसा माना जाता है की इस सरोवर का निर्माण पानी क आपूर्ति के लिए किया गया था।