इंदौर में दिल दहलाने वाला मामला: व्हाइटनर-थिनर के नशे से 10 साल के बच्चे की दोनों किडनी खराब, डायलिसिस पर टिकी जिंदगी

Indore News : मध्य प्रदेश के इंदौर में एक 10 साल के बच्चे की जिंदगी नशे की वजह से तबाह हो गई है। व्हाइटनर, थिनर और पेट्रोल जैसे सस्ते नशे की लत ने मासूम की दोनों किडनियां खराब कर दी हैं। फिलहाल, बच्चा शहर के एमवाय अस्पताल में भर्ती है, जहां उसकी जिंदगी नियमित डायलिसिस के सहारे चल रही है।

ये दर्दनाक मामला कुछ दिन पहले मूसाखेड़ी इलाके में सामने आया था, जब ये बच्चा सड़क किनारे बेसुध हालत में मिला था। स्थानीय लोगों की मदद से उसे तुरंत एमवाय अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों की जांच में यह भयावह खुलासा हुआ।

दो साल की लत ने किया शरीर खोखला

अस्पताल में जब बच्चे की मां से बात की गई तो उन्होंने जो बताया, वह बेहद चिंताजनक है। उन्होंने दुखी मन से कहा कि उनका बेटा पिछले दो सालों से व्हाइटनर और थिनर सूंघने का आदी था। ये लत इस कदर बढ़ गई कि उसने बच्चे के शरीर को अंदर से पूरी तरह खोखला कर दिया और उसकी दोनों किडनियां फेल हो गईं। सूत्रो के अनुसार पीड़ित बच्चे की मां ने बताया कि

“मेरा बेटा तो इस हाल में पहुंच गया, लेकिन इलाके के कई और बच्चे भी इस तरह का नशा कर रहे हैं।” — पीड़ित बच्चे की मां

मां की ये बात इस समस्या की गंभीरता को दर्शाती है। उन्होंने बताया कि यह समस्या सिर्फ उनके बेटे तक ही सीमित नहीं है, बल्कि कई बच्चे इन आसानी से उपलब्ध होने वाले खतरनाक पदार्थों के आदी हो चुके हैं।

डायलिसिस पर निर्भर है मासूम की जिंदगी

एमवाय अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार, बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है। उसकी किडनियां काम नहीं कर रही हैं, इसलिए उसे नियमित रूप से डायलिसिस दिया जा रहा है। अस्पताल का स्टाफ और कुछ सामाजिक संस्थाएं बच्चे की देखभाल में जुटी हैं।

ये घटना इस बात पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है कि प्रशासन की चेतावनियों के बावजूद इतनी कम उम्र के बच्चों तक ये जानलेवा पदार्थ इतनी आसानी से कैसे पहुंच रहे हैं। ये मामला बच्चों में बढ़ते नशे और उस पर लगाम लगाने में व्यवस्था की नाकामी को उजागर करता है।