संस्कार, शिक्षा सहित जीवन के महत्वपूर्ण पलों को शुभ फलदायी बनाते सटीक शुभमुहूर्त, तिथियों व नक्षत्रों की सटीक गणना। भविष्य का आईना दिखाते राशिफल। कुंडली मिलान, ग्रह नक्षत्र की दशा यानी पंचांग की बारीक से बारीक खूबी को समेटे लाला रामस्वरूप जी. डी. एंड संस पंचांग वर्ष 2025 में और भी खूबियॉ लेकरआया है। इसमें आयकर विवरणी से जुड़ी अनेक जानकारी के साथ ही राशिफल के अनुसार पूरी दुनिया पर पढ़ने वाले प्रभावों की जानकारी एवं सटीक भविष्यवाणी जो सही सिद्ध हुई पंचांग में समाहित की गई है।अपनी इन्हीं खूबियों के चलते जबलपुर से प्रकाशित लाला रामस्वरूप जी. डी. एंड संस पंचांग हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी न सिर्फ भारत बल्कि विदेशों मे भी भारतीय परिवारों की पहली पसंद बना हुआ है ।
पंचांग में शासकीय ऐच्छिक अवकाश की एक-एक जानकारी दी गई है ।जिसकी मदद से आप पहले से ही परिवार सहित छुट्टियाँ प्लान कर सकते हैं । विषय विशेषज्ञों, भविष्यवक्ताओं की निगरानी मे तैयार किया गया यह पंचांग उपभोक्ताओं की विश्वसनियता पर लगातार खरा उतरा है ।
लाला रामस्वरूप जी. डी. एंड संस के अग्रवाल बंधुओं ने पंचांग के बारे मे बताया कि वर्ष 2025 के लिए यह पंचांग नये कलेवर और आकर्षक प्रिटिंग के साथ बाजार मे आ चुका है । धार्मिक, सामाजिक और पारिवारिक – रीति रिवाजों में यह पंचांग परिवार का सदस्य बन कर सामने आया हैं। भारत व्रत और त्यौहारों का देश है किसी भी व्रत त्यौहार को मनाने मे ऋषि मुनियों के दिशा निर्देश और शास्त्रीय निर्णय का पालन करने पर विशेष रूप से पुण्य लाभ और सफलता मिलती है इसी को ध्यान मे रखते हुए पंचांग में व्रत, पर्व सूक्ष्म रूप से बिलकुल सही रूप में प्रस्तुत किए गए है ।
नकली से बचें कुछ प्रकाशकों द्वारा विगत कई वर्षों से असली नकली का दुष्प्रचार किया जा रहा है ।उपभोक्ता ऐसे दुष्प्रचार से बचते हुए लाला रामस्वरूप जी. डी. एंड संस पंचांग के रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क नं में आगे 8 पीछे 8 जरूर देखे ।
आकर्षक ईनामी योजना भी – अग्रवाल ने बताया कि हमारी इनामी योजना के वर्ष 2024 की प्रतियोगिता हीरे जीतो के प्रथम, द्वितीय,तृतीय विजेता हैं
प्रथम पुरस्कार – शिखा अवस्थी पति विकास अवस्थी, इन्दौर (म.प्र.)
द्वितीय पुरस्कार – राजेश वर्मा आत्मज तुलसीराम वर्मा, देवास (म.प्र.)
तृतीय पुरस्कार– समन्दर सिंह चौहान, गांव-बरोदा दौलत, इंदौर (म.प्र.)
सांत्वना पुरस्कार (1) मंजूषा चौरसिया- हिरदे नगर- मंडला (म.प्र.) (2) पंकज सक्सेना- नौगाँव- छतरपुर (म.प्र.) (3) जयंत गायकबाड़ -इंदौर (म.प्र.) (4) पूनम गोयल 2 – आहिल्या माता कॉलोनी -इंदौर (म.प्र.) (5) राकेश कुमार आत्मज शंकर लाल, -शहपुरा- डिण्डौरी (म.प्र.) (6) कु. ईशिका तिवारी-सिवनी (म.प्र.) (7) आस्था राजपूत, जमुनियाँ कुआँ, छोटे फुहारा, बधैया मोहल्ला, जबलपुर (म.प्र.) (8) अर्चना श्रीवास्तव -ठाणे (महाराष्ट्र) (9) संतोष कुमार तिवारी, जबलपुर (म.प्र.) (10) शशांक जायसवाल- सिवनी (म.प्र.)
अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 1937 से जी. डी. एंड संस पंचांग कैलेण्डर काअपना प्रकाशन लगातार चल रहा है।धीरे-धीरे इस पंचांग ने लाखों घरों में अपना स्थान बना लिया है। इस वर्ष प्रकाशित पंचांग में कई नई बातों का समावेश कर इसे और ज्यादा उपयोगी बनाने की कोशिशकी गई है। जी. डी. एंड संस पंचांग में त्यौहारों के साथ ही पुष्य नक्षत्र, विवाह आदि मुहूर्त राशिफल, मुख्य जयंती दिवस, शासकीय अवकाश बैंक अवकाशों को भी अलग से दिखाया गया है। ज्योतिष गणना में जी. डी. एंड संस का पंचांग सब से शुद्ध माना जाता है।